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जनवरी में कोल इंडिया के उत्पादन में चार प्रतिशत की गिरावट का अनुमान

जनवरी में कोल इंडिया का उत्पादन 6.02 करोड़ टन रहने का अनुमान है। 29 जनवरी तक कोल इंडिया का उत्पादन 5.62 करोड़ टन रहा है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी की अवधि में कोल इंडिया ने 45.4 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया है।

By PRITI JHAEdited By: Published: Mon, 01 Feb 2021 02:01 PM (IST)Updated: Mon, 01 Feb 2021 02:01 PM (IST)
जनवरी में कोल इंडिया के उत्पादन में चार प्रतिशत की गिरावट का अनुमान
कोल इंडिया के उत्पादन में गिरावट का अनुमान

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोल इंडिया के जनवरी माह के कोयला उत्पदन में करीब चार प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। इससे पिछले लगातार पांच महीने तक कोल इंडिया का उत्पादन बढ़ा था।

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सूत्रों ने बताया कि जनवरी में कोल इंडिया का उत्पादन 6.02 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो जनवरी 2020 में 6.31 करोड़ टन रहा था। सूत्रों ने कहा कि 29 जनवरी तक कोल इंडिया का उत्पादन 5.62 करोड़ टन रहा है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी की अवधि में कोल इंडिया ने 45.4 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया है। कोल इंडिया का मार्च तक 63 से 64 करोड़ टन उत्पादन का लक्ष्य है।

कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन हटने के बाद अगस्त से कोल इंडिया का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। अगस्त में कोल इंडिया का उत्पादन सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत बढ़ा था। उसके बाद सितंबर में इसमें 31 प्रतिशत, अक्टूबर में 18 प्रतिशत और नवंबर में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। कोलकाता मुख्यालय वाली कंपनी का 2021 के पहले महीने में कुल उठाव 5.33 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो इससे पिछले साल के समान महीने से करीब 5.5 प्रतिशत कम है।

एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल का निरीक्षण

जानकारी हो कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को हल्दिया में निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल का निरीक्षण किया। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी सात फरवरी को करने वाले हैं। इस मौके पर पेट्रोलियम मंत्री ने बताया कि भारत में एलपीजी का उपभोग 26 एमटीपीए हैं, जिसमें से चार एमटीपीए की खपत पूर्वी भारत में होती है। नवनिर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी राज्यों की एलपीजी की बढ़ती मांग को पूरा करेगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर-घर में स्वच्छ रसोई ईंधन पहुंचाने के सपने को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि इस एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल की बदौलत बंगाल के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।


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