Move to Jagran APP

निजी कंपनियों के विरोध में तीन दिन की हड़ताल से कोल इंडिया का उत्पादन 56 फीसद प्रभावित

कोयला क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने के विरोध में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया में श्रमिकों की तीन दिन की हड़ताल के कारण उत्पादन में औसतन प्रतिदिन 56 फीसद का नुकसान

By Vijay KumarEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 09:11 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 09:15 PM (IST)
निजी कंपनियों के विरोध में तीन दिन की हड़ताल से कोल इंडिया का उत्पादन 56 फीसद प्रभावित
निजी कंपनियों के विरोध में तीन दिन की हड़ताल से कोल इंडिया का उत्पादन 56 फीसद प्रभावित

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः केंद्र सरकार द्वारा कोयला क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने के विरोध में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया में श्रमिकों की तीन दिन की हड़ताल के कारण उत्पादन में औसतन प्रतिदिन 56 फीसद का नुकसान हुआ। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। कोल इंडिया के मजदूर नेताओं ने इससे पहले दावा किया था कि हड़ताल के दौरान कोयला उत्पादन में काफी कमी आई।

loksabha election banner

कोयला क्षेत्र को वाणिज्यिक खनन के लिए खोलने के सरकार के कदम के विरोध में मजदूर संगठन गुरुवार से शनिवार तक हड़ताल पर थे। इन तीन दिनों में कोल इंडिया द्वारा औसतन प्रतिदिन 5,73,000 टन उत्पादन किया गया, जो पिछले 10 दिनों के औसत उत्पादन (22 जून से एक जुलाई तक) का 44 फीसद है। कोयला मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि हड़ताल के दिनों में भी उत्पादन होता रहा, क्योंकि कोल इंडिया में लगभग एक लाख ठेका मजदूर कार्यरत हैं। अधिकारी ने कहा कि तीन दिनों की हड़ताल में सबसे अधिकत उत्पादन मंगलवार को हुआ। अधिकारी ने कहा कि शनिवार को सीआइएल द्वारा 6,83,000 टन कोयला उत्पादन हुआ, जो पिछले 10 दिनों के औसत का 53 फीसद है। 

इसबीच कोयला क्षेत्र के पांच मजदूर संगठनों ने खनन क्षेत्रों के आसपास को लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू किया है, ताकि सरकार के फैसले के खिलाफ जनमत तैयार किया जा सके। इसके अलावा मजदूर संगठनों ने 18 अगस्त को एक दिन की हड़ताल पर जाने का फैसला भी किया है, इस दिन ही निजी कंपनियों द्वारा 41 ब्लॉक के लिए बोली जमा करने की अंतिम तारीख है। बीएमएस नेता बीके राय ने कहा कि हम पीछे नहीं हट रहे हैं। वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए हमने विरोध के लिए स्थानीय लोगों को लामबंद करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि सभी पांच मजदूर संगठनों ने शनिवार को हुई एक बैठक में 18 अगस्त को एक दिन की हड़ताल करने का फैसला किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.