बाहर काम कर रहे चिकित्सकों से वापस लौटने की सीएम की अपील, सीधे मिलेगी नौकरी
राज्य के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने दूसरे राज्यों में निजी अस्पतालों में काम कर रहे सिक्किम के विशेष चिकित्सकों से वापस लौटने की अपील की है।
गंगटोक, जागरण संवाददाता। राज्य के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने दूसरे राज्यों में निजी अस्पतालों में काम कर रहे सिक्किम के विशेष चिकित्सकों से वापस लौटने की अपील की है। प्रधानमंत्री जन-आरोग्य केंद्रीय योजना के शुभारंभ मौके पर मुख्यमंत्री ने यह बात कहीं। इस दौरान उन्होंने राज्य के अपने मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष का भी आरंभ किया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के कई विशेषज्ञ चिकित्सक अन्य राज्यों व महानगरों में काम कर रहे है। उनसे आग्रह है कि अगर वे वापस आते है तो बिना कोई इंटरभ्यू दिए ही उन्हें सीधे नौकरी में बहाल किया जाएगा, क्योंकि शहर के सोचेगांग में 1000 बेड वाले अस्पताल का निर्माण होने जा रहा है, जिसके लिए यहां चिकित्सकों की आवश्यकता है।
उक्त उक्त अस्पताल अति शीघ्र पूरा होने तथा शहर से बहार होने के बावजूद यहां बीमारियों का निश्शुल्क इलाज किया जाएगा। इस सेवा में 6 बसें लगातार चलती रहेगी। इसी तरह सिक्किम में अस्पतालों की आवश्यकता अनुसार निर्माण होने के बावजूद मानव संसाधनों की कमी बताया। उन्होंने वैसे स्पेशलिस्ट डाक्टरों को सीधा नौकरी के साथ रोस्टर के सिस्टम का भी सामना नहीं करने की घोषणा किया।
वही कार्यक म में राज्यपाल गंगा प्रसाद ने राज्य में कुल 40 हजार लोग गरीबी रेखा से नीचे के दायरे में होने तथा उनके लिए आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के तहत 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य सेवा खर्च प्राप्त होने का प्रावधान बताया।
जिससे निजी व पब्लिक अस्पतालों को इसकी सूची में रखा गया है। इस योजना को राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मार्फत क्रियान्वयन होगा। साथ ही राज्य सरकार ने भी अपनी ही योजना मुख्यमंत्री जीवन रक्षा कोष आरंभ होने से लोगों को अधिक लाभ होने का विचार व्यक्त किया।
उन्होंने उक्त दोनों योजनाओं को गरीबों के लिए एक साथ लागू करने तथा अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने का आग्रह किया। उक्त अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री एके घतानी व मुख्य सचिव एके श्रीवास्तव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।