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अरे डस्टबिन नहीं कारबिन कहिए जनाब

-गाड़ियों से सड़क पर फेंके जाने वाले कचरे से मिली मुक्ति -शहर में तीन हजार से अधिक कारबिन

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 07:48 PM (IST)
अरे डस्टबिन नहीं कारबिन कहिए जनाब
अरे डस्टबिन नहीं कारबिन कहिए जनाब

-गाड़ियों से सड़क पर फेंके जाने वाले कचरे से मिली मुक्ति

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-शहर में तीन हजार से अधिक कारबिन का फ्री वितरण

-मारवाड़ी युवा मंच ने निभाई बड़ी भूमिका -----

18

राज्यों में 1 लाख कारबिन वितरित

जागरण संवाददाता: सिलीगुडी: सड़कों के ऊपर और आसपास में कचरा पड़ा हुआ रहता है। इस कचरे को फैलाने में सबसे बड़ी भूमिका चारपहिया गाड़ियों की होती है। चलती गाड़ी से रैपर इत्यादि फेंक दिए जाते हैं। जिससे सड़क पर कचरा फैला हुआ नजर आता हैं। इसी कूड़ा निस्तारण की नई व्यवस्था की गई है। इस कचरे को कार में ही रखने की व्यवस्था कर दी गई है। लेकिन इसे आप डस्टबिन नहीं कह सकते। दरअसल इसको आप कारबिन कहिए। इस कारबिन की व्यवस्था में अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच ने सक्रिय भूमिका निभाई है। इसके तहत चार चक्का गाड़ियों को फ्री में स्वच्छ कार बिन दिया जाता है, ताकि गाड़ी में होने वाले कचरे को रोड पर ना फेंक कर कारबिन में डालें। फिर इसे किसी बड़े डस्टबिन में डालकर सड़कों की साफ सफाई में अहम भूमिका भूमिका निभाएं । इस अभियान की शुरूआत मारवाड़ी युवा मंच सेंट्रल बेंगलुरु शाखा द्वारा मई 2018 में राष्ट्रीय संयोजक संदीप टिबरेवाल की देखरेख में हुई है । सिलीगुड़ी शहर में भी जनवरी 2019 में इस सेवा का शुभारंभ हुआ। मारवाड़ी युवा मंच, सिलीगुड़ी शाखा, सेवक शाखा और मुस्कान शाखा की पहल से लगभग 3000 स्वच्छ कारबिन का वितरण किया जा चुका है। आगे भी ये सेवा जारी रहेगी। संस्था के सदस्यों के द्वारा शहर के मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक पर रुकने वाली गाड़ियों को यह कारबिन देकर उसकी महत्ता के बारे में बताया गया। साथ ही पर्यावरण के लिए किस प्रकार से लाभदायक है,इस बारे में भी जानकारी दी गई। सड़कों को किस प्रकार से साफ सुथरा रखा जा सकता है इस बारे में भी बताया गया। इस बारे में संगठन के राष्ट्रीय महासचिव उमेश गर्ग ने बताया कि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाके में सभी ने बढ़-चढ़कर इस सेवा कार्य में भाग लिया। बहुत ही उत्साह के साथ यह कारबिन वितरित किए गए। यह एक अनोखा प्रयास है। गाड़ी में रोजमर्रा में होने वाले कचरे को सुविधाजनक रुप से इस कारबिन में डालकर बाद में गाड़ी रुकने पर किसी बड़े कूड़ेदान में खाली किया जा सकता है। चलती गाड़ी से सड़कों पर फेके गए कूड़े पर लगाम लगेगी। स्वच्छ कार बिन में करीब सात सौ ग्राम कचरा रखा जा सकता है।अब तक 18 राज्यों में 1 लाख कारबिन वितरित किया जा चुका है। इस हिसाब से 17000 किलोग्राम प्रतिदिन कचरा सड़क पर नहीं आ रहा है। साल में करीब 25500 मिट्रिक टन कचरा रोड पर आने से बचाया जा रहा है। कारबिन वितरण का प्रमुख उद्देश्य है कि हम लोग अपने घर को साफ रखते हैं और सड़क की सफाई भी हमारी जिम्मेवारी है। गाड़ी से कहीं भी जा सकते हैं। जाते हैं तो साथ में हमारे बच्चे भी होते हैं। उनके लिए चॉकलेट, चिप्स इत्यादि लेते हैं। जिनका उपयोग करने के पश्चात रैपर को गाड़ी की खिड़की से फेंक देते हैं। इस कारबिन का प्रयोग गाड़ी में कर सड़कों को साफ सुथरा रख सकते है।

कचरा निस्तारण के लिए और भी कई काम

इसके अलावा मारवाड़ी युवा मंच सिलीगुड़ी शाखा ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत गाधी मैदान सहित शहर के अन्य कई इलाकों की सफाई भी की थी। साथ ही कई जगह पर लगभग 100 बड़े डस्टबिन भी दिए गए। ताकि कूड़ा कचरा एक जगह एकत्रित करके उसे बड़े डस्टबिन में डाल दिया जाए और हमारा शहर साफ सुथरा रह सके।


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