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सीमा सुरक्षा बल ने मानव तस्करी को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर बढ़ाई सतर्कता

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमा पार से मानव तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए 4096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अलर्ट जारी किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 09:21 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 09:21 PM (IST)
सीमा सुरक्षा बल ने मानव तस्करी को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर बढ़ाई सतर्कता
सीमा सुरक्षा बल ने मानव तस्करी को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर बढ़ाई सतर्कता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सीमा पार से मानव तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के मद्देनजर मानव तस्करी की घटनाओं के बढ़ने की आशंका के चलते यह अलर्ट जारी किया गया है।बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बल ने कोलकाता, गुवाहाटी, पूर्वोत्तर भारत के कुछ अन्य शहरों और दिल्ली तथा मुंबई जैसे शहरों में नौकरी दिलाने का लालच देकर गरीबों और जरूरतमंद लोगों को सीमा पार से लाने के तस्करों के कुछ नए तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया है। अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ ने 19 से 29 जून के बीच लगभग दो सप्ताह में पांच बांग्लादेशी नागरिकों को मालगाड़ी के डिब्बों से पकड़ा है जो अवैध रूप से बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में आए थे। 

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बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने पेट्रापोल चेक पोस्ट पर मालगाड़ी ट्रेन की जांच के दौरान उन्हें पकड़ा। उन्होंने बताया कि इन पांच लोगों की उम्र 12 से 25 वर्ष के बीच है। ऐसा समझा जाता है कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण रोजगार छिन जाने से इन लोगों को लालच देकर सीमा पार से तस्करी के माध्यम से लाया गया। अधिकारियों ने बताया कि इसलिए बल ने अपनी सभी सीमा चौकियों पर सतर्कता बढ़ा दी है ताकि मानव तस्करी को रोका जा सके। बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम इस मुद्दे पर अपने समकक्ष बीजीबी (बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) के साथ भी समन्वय कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए हमारा संयुक्त प्रयास है कि सीमा की शुचिता बनी रहे। इसके साथ ही अपराधों की प्रभावी ढंग से जांच की जा रही है।’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘बीएसएफ और बीजीबी के वर्तमान में सबसे अच्छे संबंध हैं। दोनों देशों का साझा इतिहास है और हम संबंधों को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।’’


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