Mann Ki Baat: बंगाल के 78000 बूथों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुनी पीएम मोदी के मन की बात
Mann Ki Baat बंगाल के सभी 78000 बूथों पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को सुना। राज्य के प्रत्येक बूथ पर मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए पार्टी की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Mann Ki Baat: बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता की लड़ाई तेज है। इसी कड़ी में बंगाल के सभी 78000 बूथों पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को सुना। राज्य के प्रत्येक बूथ पर मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए पार्टी की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी कार्यालयों व बूथों पर सुबह 11:00 बजे से भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओं ने बैठकर प्रधानमंत्री के मन की बात को ध्यान से सुना। इस दौरान कार्यकर्ताओं के साथ आम लोग भी मन की बात सुनते देखे गए। दरअसल, तीन दिन पहले ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने इसकी घोषणा की थी कि रविवार को राज्यभर के सभी बूथों पर भाजपा कार्यकर्ता मन की बात सुनेंगे।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को मेगा जनसंपर्क अभियान मेरा बूथ सबसे मजबूत भी शुरू किया है। इस अभियान के तहत भाजपा के बूथ अध्यक्ष व कार्यकर्ता बंगाल के घर- घर में जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम लोगों के कल्याण के लिए शुरू की गई योजनाओं की जानकारी देंगे। प्रत्येक बूथ अध्यक्ष को यह जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। दूसरी ओर, इसके जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने 28-29 दिसंबर को बंग ध्वनि पदयात्रा निकालने का एलान किया है। कोलकाता में 28 दिसंबर को और 29 दिसंबर को हर जिले में पदयात्रा निकाली जाएगी।
इधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर रविवार को एक बार फिर बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने हमला बोला। महानगर के सिंथी इलाके में चाय पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ गए हैं। एक दिन पहले ही नदिया जिले के पलासी में सामूहिक दुष्कर्म के बाद एक लड़की की हत्या कर दी गई है। सत्तारूढ़ पार्टी के लोग इसे दबाने में जुटे हैं और प्रशासन उदासीन बना हुआ है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी में हिम्मत नहीं है कि वह दुष्कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकें क्योंकि उनकी सरकार इन्हीं अपराधियों के दम पर चलती है।