चुनावी हिंसा में भाजपा समर्थक की गई जान
-पत्नी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप -दस लोगों के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी द
-पत्नी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप
-दस लोगों के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : चुनावी हिंसा में एक भाजपा समर्थक की मौत हो गई है। आरोप है कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रचार के दौरान उस भाजपा समर्थक के साथ काफी मारपीट की गई थी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान आखिर उसकी मौत हो गई। रविवार को ही मतदान का काम संपन्न हुआ है। भाजपा ने मारपीट का आरोप तृणमूल समर्थकों पर लगाया है।
बताया गया है कि सिलीगुड़ी महकमा परिषद के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने भाजपा समर्थक अपू चौधरी के साथ मारपीट की थी। अपू चौधरी की मौत उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज व अस्पताल में हुई है। इस घटना को लेकर मृतक की पत्नी की ओर से फांसीदेवा थाने में 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मृतक की पत्नी शोभा चौधरी ने कहा कि महकमा परिषद के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत रविवार को हुए मतदान से पहले 25 जून की रात लगभग 11 बजे सिलीगुड़ी महकमा परिषद सदस्य पद के तृणमूल उम्मीदवार के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग लाठी-डंडे समेत अन्य अग्नेयास्त्र लेकर फांसीदेवा प्रखंड के दोमदाखाड़ी स्थित हमारे घर पर धमक पड़े। इस दौरान घर पर मेरे पति अपू चौधरी को भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने से मना किया। ऐसा नहीं करने की स्थिति में जान से मार देने की धमकी दी गई। शोभा ने आरोप लगाया कि जब मेरे पति ने विरोध किया तो तृणमूल के लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान आइनुल हक नामक एक व्यक्ति ने मेरे पति के सीने में लाठी से वार कर दिया। जबकि मेरे पति पहले से ही हार्ट की बीमारी के कारण पेसमेकर लगाए हुए थे। इस घटनाक्रम के दौरान जब आसपास के लोग आए तो तृणमूल कार्यकर्ता वहां से भाग खड़े हुए। जबकि मेरे पति वहीं गिरे हुए थे। लोगों की सहायता से सबसे पहले उन्हें स्थानीय एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उन्हें एनबीएमसीएच रेफर कर दिया गया। एनबीएमसीएच में ही रविवार शाम को उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस से इस तरह की घटना से इंकार करते हुए कहा कि तृणमूल समर्थकों ने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की है।