Move to Jagran APP

पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी भाजपा: राजू बिष्ट

आरोप -राज्य की ममता सरकार पर बोला जोरदार हमला -हिंसा की राजनीति और कटमनी से परेशान है

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 08:16 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 08:16 PM (IST)
पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी भाजपा: राजू बिष्ट
पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी भाजपा: राजू बिष्ट

आरोप

loksabha election banner

-राज्य की ममता सरकार पर बोला जोरदार हमला

-हिंसा की राजनीति और कटमनी से परेशान हैं लोग

जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:

आने वाले विधानसभा चुनाव में भारी जीत के साथ भाजपा सत्ता में आएगी। बहुमत से बंगाल में सत्ता में आएगी आज पूरे देश में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विकास और सुशासन के लिए पसंद किया जाता है। बंगाल के लोग भी अब वही विकास और सुशासन चाहते हैं। यह बातें भाजपा सांसद तथा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने कही। वह शुक्रवार को नक्सलबाड़ी के निकट पानीटंकी के दूध मोड़ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग हिंसा, हत्या, भाई-भतीजावाद, कटमनी और भ्रष्टाचार की राजनीति से थक चुके हैं। बंगाल के लोग विकास के पूर्ण अभाव से जूझ रहे हैं। यहां के लोग पुलिस राज और तृणमूल के गुंडों की तानाशाही से परेशान हैं। बंगाल में लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आजादी के बाद राज्य में जितनी भी सरकारें बनी किसी में भी बंगाल के धरोहर को संजोकर आगे ले जाने की कोई सोच या चिंतन ही नहीं देखी गई। सबको देश और पश्चिम बंगाल की भलाई से ज्यादा अपनी कुर्सी और सत्ता से प्यार रहा। सभी सरकारों ने अपनी गलत नीतियों की वजह से पश्चिम बंगाल को अंधकार में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि आज ममता दीदी के राज में जो भी कुछ हो रहा है, क्या बंगाल के पूर्वजों ने कभी यह सोचा होगा कि इस जमीन पर इतनी निम्न स्तर की राजनीति भी होगी? पहले वामपंथियों और अब तृणमूल सरकार ने जो स्थिति पैदा कर दी है वह न केवल विचारनीय है बल्कि निंदनीय भी है। ममता बनर्जी द्वारा भाजपा पर बंगाल को अशात करने के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा की शून्य विकास और अधिकतम हिंसा की राजनीति से तंग आकर, बंगाल के लोगों ने 2011 में बदलाव के लिए मतदान किया था और ममता बनर्जी को को चुना था। लेकिन सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी माकपा से अधिक क्रूर और तानाशाह हो गईं। आज तृणमूल पूरे राज्य में हिंसा फैला रही है। तृणमूल के लोगों ने पिछले कुछ वर्षो में 150 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की है। 2017 में दार्जिलिंग में 11 निर्दोष गोरखाओं की हत्या कर दी गई। हिंसा की हद इतनी कि राज्य सरकार ने 2018 के बाद से राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के साथ आकड़ा साझा करने से भी इनकार कर दिया है। 2018 के एनसीआरबी के आकड़ों के अनुसार बंगाल हत्या के मामलों में देश में पहले स्थान पर है। 64 हजार 832 महिलाएं राज्य से गायब हैं। राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों में सजा का दर लगभग 23 प्रतिशत है। मगर पश्चिम बंगाल में सिर्फ 5.3 प्रतिश्त ही है। यहा आईएसआई नेटवर्क के कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है। जमात-ए-मुजाहिदीन और अलकायदा के आतंकवादियों को बंगाल में सुरक्षित पनाह देने का काम होता है। कई तृणमूल नेताओं ने अपने घरों में बम बनाने के चक्कर में खुद को उड़ा लिया है। सभी जानते हैं कि राज्य में हिंसा के लिए कौन सी राजनीतिक पार्टी जिम्मेदार है।

ध्रुवीकरण की हो रही है राजनीति

सांसद ने कहा कि बंगाल में ध्रुवीकरण तो हो रहा है लेकिन सम्प्रदाय, जाति या धर्म के आधार पर नहीं बल्कि मोदी जी के सुशासन और ममता जी के कुशासन के आधार पर। सब जानते हैं कि ममता जी 30 प्रतिशत फिक्सड डिपोजिट की राजनीति कर रही हैं। जबकि भाजपा 100 प्रतिशत की राजनीति करती आई है। हमारा मूल मंत्र ही सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है। ममता जी के शासन में हमारी सेना के शहीद परिवार के सदस्यों को 2 लाख और 5 लाख का मुआवजा दिया गया है। जबकि मक्का, मस्जिद दुर्घटना में मरने वालों के परिवार के सदस्यों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था। अब बताइए, ध्रुवीकरण की राजनीति में कौन लिप्त है। रोहिंग्या और बाग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य में स्वतंत्र रूप से बसने की अनुमति है। सिर्फ इसलिए कि वे एक विशेष धर्म से संबंधित हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.