हार की आशंका से परेशान हैं दीदी-दिलीप घोष
-हार की बात सोच परेशान है नेत्री इसलिए दीदी शब्द भी लगता है खराब जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी क
पलटवार
-केंद्रीय बलों का आमलोग कर रहे हैं स्वागत
-चुनावी हिंसा करने वालों को भी जनता ही सिखा रही है सबक
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:
केंद्रीय सुरक्षा बल की मुस्तैदी में बंगाल में विधानसभा चुनाव हो रहा है। यहां की जनता केंद्रीय बलों पर पुष्प की बारिश कर रही है। जबकि सुबह से शाम तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उसे गाली देने में लगी हैं। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का। दिलीप घोष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी जनसभा की तैयारियों का जायजा लेने बुधवार को सिलीगुड़ी पहुंचे हैं। बागडोगरा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि चुनावी हिंसा बंगाल में वाम मोर्चा की देन है। पिछले 10 वर्षो में वर्तमान तृणमूल सरकार ने भी हिंसा को बढ़ावा दिया। आज चुनावी हिंसा से लोग इतने गुस्से में है कि अब हिंसा करने वाले को आगे बढ़कर सबक सिखा रहे हैं। जब दिलीप घोष से पूछा गया कि भारतीय जनता पार्टी और उनके नेता ममता बनर्जी को दीदी और दीदी कह कर क्यों परेशान कर रहे हैं, तो घोष ने कहा कि भाजपा और बंगाल के धर्म परायण लोग जय श्रीराम का उद्घोष करते थे तो ममता बनर्जी को यह भी गाली जैसा लगता था। देश के प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता किसी भी महिला को आदर सूचक शब्दों में दीदी का संबोधन करते आ रहे हैं। अब ममता बनर्जी को दीदी शब्द भी गाली लगने लगा है। ऐसा लगता है की दीदी शायद भारतीय सभ्यता और संस्कृति को पसंद ही नहीं करती। मेरा तो मानना है की ममता बनर्जी जान चुकी है कि वह चुनाव हार रही हैं। यही कारण है कि वह अंदर से पूरी तरह विचलित हैं। जिस प्रकार जब कोई बीमार होता है तो उसे खाने पीने की चीज अच्छी नहीं लगती, ठीक यही मनोस्थिति मुख्यमंत्री की है। दिलीप घोष ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी सभी प्रकार की समस्याओं और बाधाओं को पारकर बंगाल में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। सरकार बनते ही राजनीतिक हिंसा बंद होगी और विकास तेजी से होगा।