West Bengal :भाजपा ने लगाया टीएमसी पर देबेंद्र नाथ राय के हत्या करवाने का आरोप, सीबीआई जांच की मांग
भाजपा ने लगाया टीएमसी पर हत्या करवाने का आरोप सीबीआई जांच की मांग भाजपाइयों में आक्रोश कहा हत्या कर सच को नही दबाया जा सकता
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर बंगाल स्थित हेमताबाद के भाजपा विधायक देवेंद्र नाथ राय का फंदे से लटकता हुआ शव सोमवार की सुबह पाया गया है। इसको लेकर बंगाल भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थको में आक्रोश है। पुलिस के आलाधिकारी वहां पहुंच कर स्थिति पर नजर रख रहे है। भाजपा ने इसे हत्या का मामला बताते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
बताया गया है कि भाजपा कर बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भाजपा सांसद, विधायक व कार्यकर्ताओं पर हमला सत्ताधारी दल द्वारा कराया जा रहा है। यह पहली घटना नही इसके पहले कई मामले सामने आ चुके है। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच कोई ना कोई विवाद सामने आता रहता है। भाजपा ने इस मामले में ममता सरकार पर उनकी हत्या का आरोप लगाया है।
बता दें कि देबेंद्र नाथ रॉय पहले माकपा की टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद 2019 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा विधायक देबेंद्र नाथ रॉय की हत्या के मामले में सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, 'निंदनीय और कायरतापूर्ण कृत्य! बताया है।
कैलाश विजयवर्गीय ने सवाल किया कि क्या इनका गुनाह सिर्फ भाजपा में आना था ? बता दें कि इससे पहले भी कई बार बीजेपी और टीएमसी के बीच पश्चिम बंगाल में तकरार देखने को मिली है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच भी झड़प की कई घटनाएं सामने आई थीं।
वहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी ने कहा कि उत्तर दिनाजपुर की सुरक्षित सीट हेमताबाद से बीजेपी विधायक देवेंद्र नाथ राय का शव उनके गांव के बिंदल में लटका हुआ मिला। लोगों में इस बारे में स्पष्ट राय है कि उन्हें पहले मारा गया और फिर लटका दिया गया। उनका क्या गुनाह है? वो 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे।
भाजपा सांसद सह केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी, जॉन बारला , राजू बिष्ट , जयंत राय, प्रदेश महासचिव रर्थीन्द्र नाथ बोस, विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा समेत जिला स्तरीय सभी नेताओं ने विधायक देबेंद्र नाथ राय की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है।
राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए मुख्यमंत्री को त्यागपत्र देना चाहिये। ऐसा नही होता है तो राज्य में लगातार भाजपा समेत विरोधियों की हत्या व हिंसा को देखते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है और हत्या को सुसाइड बनाने की कोशिश की गई है। मैं ममता बनर्जी से मांग करता हूं कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। भाजपा नेताओं का कहना है कि भाजपा के बढ़ते प्रभाव की सच्चाई को हत्या से नही दबाया जा सकता ।
देबेंद्र नाथ राय ने माकपा के टिकट पर चुनाव जीता था :
देबेंद्र नाथ राय ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से 2016 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह सीपीएम के टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीते थ। कांग्रेस ने भी देबेंद्र नाथ रे का समर्थन किया था। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद देबेंद्र नाथ राय ने माकपा छोड़ दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे।