इस वर्ष बच्चों के एडमिशन में कमी कर्सियांग में अंग्रेजी स्कूलों के प्रबंधन की बड़ी चिंता
दार्जीलिंग के करीब कर्सियांग के अंग्रेजी स्कूलों में इस वर्ष नए बच्चों के प्रवेश में काफी कमी आने से स्कूल प्रबंधन काफी चिंता में हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि इसका कारण क्या है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 11:21 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 11:21 AM (IST)
कर्सियांग [जागरण संवाददाता]। दार्जीलिंग के करीब आर्किड फूलों के मुल्क नाम से प्रख्यात कर्सियांग की अंग्रेजी माध्यम के बोर्डिंग स्कूलों के लिए अलग ही पहचान है। देश-विदेश के विविध इलाकों से प्रत्येक वर्ष सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं यहां अध्ययन के लिए आते हैं। परंतु इस वर्ष नए विद्यार्थियों के आगमन में कमी होने की संभावनाएं दिख रही हैं। इससे अंग्रेजी स्कूलों के प्रबंधन के माथे पर बल पड़ गए हैं।
यहां के एक ख्यातिप्राप्त स्कूल के निदेशक अपना नाम प्रकाश में नहीं लाने की शर्त पर बताया कि इस वर्ष -2019 के सत्र के लिए नए विद्यार्थियों का दाखिला नहीं के बराबर हो रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले ठंड का अवकाश होते ही देश-विदेश के विभिन्न इलाकों से नए विद्यार्थियों को यहां के स्कूलों में भर्ती कराने के लिए अभिभावकों का आना आरंभ हो जाता था। इस वर्ष वैसी स्थिति नहीं है। अधिकतर स्कूलों में अध्ययनरत पुराने छात्र - छात्राओं के जरिये मात्र इक्के-दुक्के नए बच्चे भर्ती हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों से लगातार यहां के बोर्डिंग स्कूलों में विद्यार्थियों के आगमन में कमी आने का क्रम जारी है। इसके कारण स्कूलों के संचालन में काफी असर पड़ रहा है। आइसीएसई परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों की जमात जो प्रति वर्ष स्कूलों से जाता है, उतना भी नए विद्यार्थियों की भर्ती अधिकतर स्कूलों में नहीं हो पाती है। इसके कारण इस क्षेत्र के स्कूलों के हालात संतोषजनक नहीं हैं।
यहां के एक ख्यातिप्राप्त स्कूल के निदेशक अपना नाम प्रकाश में नहीं लाने की शर्त पर बताया कि इस वर्ष -2019 के सत्र के लिए नए विद्यार्थियों का दाखिला नहीं के बराबर हो रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले ठंड का अवकाश होते ही देश-विदेश के विभिन्न इलाकों से नए विद्यार्थियों को यहां के स्कूलों में भर्ती कराने के लिए अभिभावकों का आना आरंभ हो जाता था। इस वर्ष वैसी स्थिति नहीं है। अधिकतर स्कूलों में अध्ययनरत पुराने छात्र - छात्राओं के जरिये मात्र इक्के-दुक्के नए बच्चे भर्ती हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों से लगातार यहां के बोर्डिंग स्कूलों में विद्यार्थियों के आगमन में कमी आने का क्रम जारी है। इसके कारण स्कूलों के संचालन में काफी असर पड़ रहा है। आइसीएसई परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों की जमात जो प्रति वर्ष स्कूलों से जाता है, उतना भी नए विद्यार्थियों की भर्ती अधिकतर स्कूलों में नहीं हो पाती है। इसके कारण इस क्षेत्र के स्कूलों के हालात संतोषजनक नहीं हैं।
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