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बंगाल की बाला स्वरूपा मंडल ने यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर लहराया तिरंगा

पश्चिम बंगाल ने पर्वतारोहण में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की है। यहां की 22 साल की एक बाला ने यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी ‘माउंट एल्ब्रस’ पर तिरंगा लहराया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 03:40 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 03:40 PM (IST)
बंगाल की बाला स्वरूपा मंडल ने यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर लहराया तिरंगा
बंगाल की बाला स्वरूपा मंडल ने यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर लहराया तिरंगा

कोलकाता, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल ने पर्वतारोहण में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की है। यहां की 22 साल की एक बाला ने यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी ‘माउंट एल्ब्रस’ पर तिरंगा लहराया है। यह है स्वरूपा मंडल। स्वरूपा हावड़ा जिले के डोमजूड़ इलाके की रहने वाली है और कोलकाता पुलिस की आपदा प्रबंधन टीम में कार्यरत है।

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्वरूप ने गत एक जुलाई को यह बेहद कठिन पर्वातारोहण अभियान शुरू किया था। इस अभियान में उनके साथ एवरेस्ट जयी पर्वतारोही देवब्रत मुखोपाध्याय भी थे। स्वरूपा का अगला लक्ष्य दुनिया की सात शीर्ष पर्वत चोटियों को फतह करना है।

गौरतलब है कि रूस में स्थित माउंट एल्ब्रस को पर्वतारोहण के लिहाज से दुनिया की सबसे खतरनाक पर्वत चोटियों में से एक माना जाता है। इस बात का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर साल माउंट एल्ब्रस पर चढ़ाई करने वालों में से औसतन 15 से 30 पर्वतारोहियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।

गत दो जुलाई को ही माउंट एल्ब्रस फतह कर उतरते समय एलन माहोन नामक एक आयरिश पवर्तारोही की मौत हो गई थी। माउंट एल्ब्रस 5,642 मीटर (18,510 फुट) की ऊंचाई पर स्थित है। यह दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। पर्वतारोहियों को इस अभियान में सबसे ज्यादा परेशानी अचानक आने वाले बर्फीले तूफान और अत्यधिक ठंडे मौसम से होती है।


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