खूब हो रही है शीला की खातिरदारी
-विशेषज्ञो की टीम लगातार कर रही है निगरानी -खाने में मल्टी विटामिन और कैल्शियम पर जोर -
-विशेषज्ञो की टीम लगातार कर रही है निगरानी
-खाने में मल्टी विटामिन और कैल्शियम पर जोर
-चार महीने के अंदर आएगा नया मेहमान
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के निकट स्थिल सालूगाड़ा के बंगाल सफारी पार्क में इन दिनों शीला की खूब खातिरदारी हो रही है। पिछले दिनों फिर से गर्भवती होने की खबर के बाद शीला सफारी पार्क प्रबंधन और वन विभाग की लाडली हो गई है। नए मेहमान के आगमन के लिए बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन पूरी तरह से तैयार है। चार महीने में खुशखबरी मिलेगी। गर्भावस्था में शीला को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो,इसके लिए उसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
यहां बता दें कि शीला एक बाघिन का नाम है। वह इन दिनों 90 दिनों से अधिक की गर्भवती है। विशेषज्ञों की टीम उसकी निगरानी कर रही है। उसे कैल्शियम और मल्टी विटामिन के साथ पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। इस संबंध में बंगाल सफारी पार्क के निदेशक धर्मदेव राय ने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो अगले 110 से 115 दिनों मे शीला बच्चों को जन्म देगी। उसे डाक्टरों कि निगरानी मे रखा गया है।
इस बार बिवान के बच्चों की मां बनेगी शीला
एक वर्ष पहले शीला स्नेहशीश नामक एक बाघ के संपर्क मे आकार गर्भवती हुई थी और तीन बच्चों को जन्म दिया था। जिसका नाम राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इका, रिका और कीका रखा था। जन्म के करीब तीन महीने बाद पैर मे चोट लगने की वजह से इका कि मौत हो गई थी। जबकि चुस्त-तंदरुस्त रिका और कीका की धमाचौकड़ी जारी है। बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार शीला स्नेहाशीष के बच्चे की मां नहीं बन रही है। वह इस बार बिवान नामक बाघ से गर्भवती हुई है। क्योंकि स्नेहशीष को प्रजनन के लिए कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाखाना ले जाया गया है। इसके बाद शीला बिवान के संपर्क में आ गई। बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन को उम्मीद है कि इस बार भी शीला तीन बच्चों का जन्म दे सकती है।
पर्यटकों की संख्या में होगी बढ़ोत्तरी
ऐसे भी देश में बाघों की संख्या अधिक नहीं है। फिलहाल बंगाल सफारी पार्क में भी गिनती के ही बाघ हैं। यदि शीला ने सही सलामत अपने बच्चों को जन्म दिया तो सफारी पार्क में बाघों की संख्या बढ़ेगी। इससे काफी संख्या में पर्यटक भी यहां आएंगे। इसलिए शीला को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो,इसके लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। इका की कमी पूरी होगी
इका,रिका और कीका तीन बाघों में से इका की मौत कुछ महीने पहले हो गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक ने दुख प्रकट किया था। क्योंकि तीनों बाघों को मुख्यमंत्री ने ही नाम दिया था। जब शीला फिर से बच्चों को जन्म देगी तब इका की कमी दूर हो जाएगी। तब इका की मौत से शीला भी काफी दुखी थी। वह कई महीनों तक गुमशुम रही थी। उस समय भी शीला की विशेष निगरानी वन विभाग की टीम को करनी पड़ी थी।