Coronavirus: डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ के होटलों में रहने की व्यवस्था करेगी बंगाल सरकार
Coronavirus. लॉकडाउन को देखते हुए डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने आने-जाने में होने वाली असुविधाओं का मुद्दा उठाया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Coronavirus. बंगाल सरकार ने सोमवार शाम से 27 मार्च तक लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अस्पतालों के आस-पास होटलों में रहने के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देश जारी किया गया है। दरअसल, लॉकडाउन को देखते हुए डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने आने-जाने में होने वाली असुविधाओं का मुद्दा उठाया था। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान परिवहन सेवाएं भी पूरी तरह बंद रहेगी।
इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों व मेडिकल स्टाफ के रहने के लिए पास के होटलों व गेस्ट हाउस में व्यवस्था करने की बात कही है। इस बाबत अधिसूचना जारी कर सभी अस्पतालों को भी सूचित कर दिया गया है। इसके फैसले के बाद डॉक्टरों व अन्य कर्मियों ने बड़ी राहत की सांस ली है। दरअसल, कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस समय हर किसी की नजर अस्पताल व डॉक्टरों पर ही टिकी है। ऐसे में राज्य सरकार का यह कदम बेहद अहम है।
लॉकडाउन को लेकर पुलिस सतर्क, जगह-जगह नाका चेकिंग
कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर कोलकाता सहित बंगाल के सभी जिलों में सोमवार पांच बजे से लॉकडाउन शुरू हो गया, जो 27 मार्च की रात 12 बजे तक रहेगा। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर लॉक डाउन के दौरान टैक्सी, ऑटोरिक्शा समेत सार्वजनिक परिवहन सेवाओं की अनुमति नहीं होगी। लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है। वहीं, केंद्र द्वारा लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश के बाद कोलकाता व व बंगाल पुलिस भी बेहद सतर्क हो गई है। लॉकडाउन का कोई उल्लंघन नहीं करे इसके लिए पुलिस ने शाम पांच बजे के बाद पूरे राज्यभर में जगह-जगह नाका प्वाइंटों पर सघन जांच शुरू कर दी है।
कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महानगर में नाका प्वाइंटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा विभिन्न सड़कों व अन्य स्थानों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है। इस दौरान पुलिस की पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है। कोलकाता के अलावा विभिन्न जिलों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। राज्य सरकार ने अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर भी पहले ही रोक लगा चुकी है। ऐसे में बिहार, झारखंड व ओडिशा से सटे बंगाल के सीमावर्ती जिलों में खासी निगरानी रखी जा रही है। अंतरराज्यीय सीमाओं पर बंगाल पुलिस ने जांच के लिए बड़ी संख्या में अतिरिक्त नाका प्वाइंट भी खोला है। वाहनों के कागजातों की सघन पड़ताल व जरूरी काम होने के बाद ही आवाजाही की अनुमति दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर हजार रुपये जुर्माना या छह महीने तक की जेल की बात कही है। इसको देखते हुए इसका सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस सतर्क हो गई है। कई जगहों पर पुलिस की ओर माइक आदि के जरिए प्रचार कर भी लोगों को नियमों का पालन करने के बारे में सतर्क किया जा रहा है।