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West Bengal : कोलकाता हवाई अड्डे पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक

केंद्र सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए कोलकाता समेत देश के तमाम हवाई अड्डों पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक लगा दी है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 08:02 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 02:12 PM (IST)
West Bengal : कोलकाता हवाई अड्डे पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक
West Bengal : कोलकाता हवाई अड्डे पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्र सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए कोलकाता समेत देश के तमाम हवाई अड्डों पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक लगा दी है। एयर कार्गो एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और कार्गो मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य जयदीप राहा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा-'कस्टम्स ने आंतरिक रूप से सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे चीन से आए सामान को विमानों से न उतारें। जिन चीजों को पहले से क्लीयरेंस दिया जा चुका है, उन्हें भी न उतारा जाए। सभी चीनी उत्पादों की फिर से जांच करके उनकी कार्गो हैंडलिंग पर निर्णय लिया जाएगा।'

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कोलकाता के अलावा मुंबई और चेन्नई के हवाई अड्डों और बंदरगाहों को ये निर्देश दिए गए हैं। यह भी पता चला है कि इस समय 35 करोड़ रुपये मूल्य का 40 टन चीनी सामान कोलकाता हवाई अड्डे पर अटका हुआ है।इनमें अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, कपड़े, इत्र, कलपुर्जे और प्लास्टिक की चीजें हैं। लॉकडाउन के दौरान हांगकांग समेत चीन के विभिन्न हिस्सों से पीपीई किट कोलकाता पहुंचे थे। कार्गो विभाग के एक अधिकारी के अनुसार चीनी सामानों पर प्रतिबंध से कोलकाता हवाई अड्डे को आंशिक रूप से नुकसान होगा।

केंद्र सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए कोलकाता समेत देश के तमाम हवाई अड्डों पर चीनी उत्पादों की कार्गो हैंडलिंग पर रोक लगा दी है। एयर कार्गो एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और कार्गो मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य जयदीप राहा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा-'कस्टम्स ने आंतरिक रूप से सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे चीन से आए सामान को विमानों से न उतारें। 

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले द कांफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 3,000 चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया था। इनमें कपड़े, बिल्डर हार्डवेयर, जूते, बर्तन, हैंडबैग, सौंदर्य प्रसाधन, उपहार, इलेक्ट्रॉनिक्स चीजें समेत बहुत कुछ शामिल हैं। वर्तमान में 5.25 लाख करोड़ रुपये का सामान हर साल चीन से भारत में आयात होता है । ये उत्पाद भारत में सस्ती चीजों के लिए मौजूद बाजार को ध्यान में रखते हुए बेचा जाता हैं । कांफेडरेशन का लक्ष्य 2021 तक चीन से आयात को लगभग एक लाख करोड़ रुपये कम करना है। 


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