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नेपाली भाषी के 11 गैर जनजाति को जनजाति में सूची में शामिल करने की मांग सांसद ने उठाई

संवादसूत्र, दार्जिलिंग : केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री जुएल ओरांव को गत 2016 साल की बातों को याद

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 May 2018 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 08 May 2018 06:01 PM (IST)
नेपाली भाषी के 11 गैर जनजाति को जनजाति में सूची में शामिल करने की मांग सांसद ने उठाई
नेपाली भाषी के 11 गैर जनजाति को जनजाति में सूची में शामिल करने की मांग सांसद ने उठाई

संवादसूत्र, दार्जिलिंग : केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री जुएल ओरांव को गत 2016 साल की बातों को याद कराते हुए सांसद एसएस अहलूवालिया ने भारतीय नेपाली भाषी के 11 गैर जनजाति को जनजाति की सूची में जल्द करने की मांग उठाई। इसे लेकर दार्जिलिंग जिला सांसद की ओर से केंद्रीय मंत्री को पत्र भी भेजा गया है।

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इसे लेकर सांसद एस एस अहलूवालिया ने कहा कि केंद्रीय जनजाति मामलों के मंत्री जुएल ओरांव ने गत दो अप्रैल 2016 को संयुक्त सचिव अशोक पाई के अगुवाई में 11 गोरखा समुदाय भुजेल, गुरूंग, मगर, नेवार, जोगी, खस, राई, थामी, याक्का, धामिल जाति को जनजाति का दर्जा देने की बात पर कमेटी गठित की थी। कमेटी बनने के बाद कमेटी ने स्थलगत का भ्रमण कर पूरे मामले की जांच की थी। लेकिन अभी मंत्रालय की ओर से उचित कदम नहीं उठाया गया है। इन सभी बातों को भेजे गए पत्र में उल्लेख किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां तक बंगाल सरकार की ओर से इन जातियों को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए पत्र केंद्र को पत्र भेजा जा चुका है। इसमें बंगाल सरकार को आपत्ति नहीं है। इसलिए केंद्र मंत्री से इस मामले में सही कदम उठाने की मांग की गई है।

वही दूसरी ओर गोजमुमो के संस्थापक विमल गुरूंग व गोरखालैंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष दावा पाख्ररिन ने कहा कि सांसद एस एस अहलूवालिया व केंद्रीय मंत्री जुएल ओरांव को पत्र भेजा जा चुका है। अंत इंतजार का समय खत्म हो गया है। अब सही कदम उठाने का समय आ गया है।


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