युवक व परिवार से मिलीं पापिया घोष
-कहा-अपहरणकर्ताओं के विरुद्ध हो कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई -विरोधी दल तृणमूल क
-कहा-अपहरणकर्ताओं के विरुद्ध हो कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई
-विरोधी दल तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने को कर रहे ओछी राजनीति जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाए गए युवक ऋतंकर सिंह के 35 नंबर वार्ड अंतर्गत भक्ति नगर स्थित घर पर शुक्रवार को जा कर दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल कांग्रेस अध्यक्षा पापिया घोष व दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुंतल रॉय ने उक्त युवक व उसके परिवार से भेंट कर पूरा हालचाल लिया। उसे सकुशल बचा लाने एवं अपहरणकर्ताओं को पकड़ लेनी जैसी बड़ी सफलता के लिए उन्होंने पुलिस प्रशासन के प्रति भी हार्दिक आभार व्यक्त किया।
इसके साथ ही इस दिन उपरोक्त दोनों नेताओं ने सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन भी किया। इस अवसर पर पापिया घोष ने इन आरोपों को सिरे से नकारा कि अपहरणकर्ताओं का तृणमूल कांग्रेस से कोई संबंध है। हमने अपहृत युवक को बचाने की दिशा में हरसंभव प्रयास किया। मैंने खुद पुलिस कमिश्नर से बात की तो उन्होंने भी पूरा सहारा दिया। तत्काल पुलिस ने जिस तत्परता से कार्य किया वह अतुलनीय है। शुक्र है कि, युवक को बचाया जा सका। उन्होंने अपहरणकर्ताओं के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि, विरोधी दल अपनी स्वार्थ-सिद्धि के लिए तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की तुच्छ राजनीति कर रहे हैं। वे देख रहे हैं कि, हमारी नेत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस मां-माटी-मानुष की सबसे बड़ी व इकलौती पार्टी हो गई है और विरोधियों का कहीं कोई नाम व निशान नहीं रह गया है इसीलिए विरोधी तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने हेतु ऐसी ओछी राजनीति पर उतर आए हैं।
इस अवसर पर, दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुंतल रॉय ने कहा कि, जिन दो अपहरणकर्ताओं को तृणमूल युवा कांग्रेस का जिला स्तर का नेता बताया जा रहा है वे जिला तो दूर टाउन कमेटी अथवा 24 नंबर वार्ड कमेटी में कहीं किसी पद पर नहीं है। अब से पहले जब तृणमूल युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विकास सरकार हुआ करते थे तब शायद उनकी कमेटी में ये लोग रहे होंगे। वर्तमान जिला कमेटी या किसी भी कमेटी में इन लोगों का कहीं कोई स्थान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि, कुछ असामाजिक तत्वों के चलते ही कुछ समय पहले हम 50 लोगों ने दल के सभी पद का सामूहिक रूप में त्याग कर दिया था। उस समय के जिस नेता की असामाजिक गतिविधियों के विरुद्ध हम लोग मुखर हो गए थे आज प्रमाणित हो गया कि वह नेता व उनके सहयोगी कैसे हैं। इसीलिए उन्हें (विकास सरकार को) दल से बहिष्कृत कर दिया गया है और वे सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में 24 नंबर वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनके ही सहयोगी रहे दो अपहरणकर्ता पुलिस की पकड़ में आए हैं। इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी सफाई दी कि, मीडिया में जो एक तस्वीर प्रकाशित कर यह प्रमाणित करने की कोशिश की जा रही है कि एक सभा में उनके पास बैठा व्यक्ति ही आज अपहरणकर्ता के रूप में पकड़ाया है तो यह सरासर गलत है। मैं राजनीति करता हूं। जगह-जगह जाता रहता हूं। अनेक लोग पास आते हैं, तस्वीरें खिंचवाते हैं तो क्या सबसे मेरा व्यक्तिगत या दलीय संपर्क होता है? यह सब वास्तव में सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में मुझे बदनाम कर प्रभावित करने का गलत प्रयास है।
क्या है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि, भक्ति नगर निवासी, तीस्ता बैरेज कर्मी मानिक सिंह का पुत्र कॉलेज छात्र ऋतंकर सिंह (19 वर्ष) बीती 13 जनवरी को अचानक लापता हो गया। अगले दिन उसी के मोबाइल नंबर से उसके पिता को कॉल आया, मगर वह कॉल पुत्र का नहीं बल्कि अपहरणकर्ताओं का था जो बेटे के एवज उनसे 40 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। उन्होंने थाने में इसकी शिकायत की तब पुलिस हरकत में आई और सूत्रों को खंगालते हुए न सिर्फ अपहृत युवक को देशबंधु पाड़ा के एक फ्लैट से अचेत अवस्था में बरामद कर बचाया बल्कि 24 नंबर वार्ड के दक्षिण भारत नगर निवासी तपन दास व रतन पाल उर्फ बाबू एवं राजा सेन को भी धर दबोचा। इनमें दो, तपन दास व रतन पाल के तृणमूल युवा कांग्रेस से जुड़े होने के आरोप हैं।