मर्चेट एसोसिएशन चुनाव मे 20 साल बनाम दो साल का मुद्दा गर्म
स्थानीय अथवा बाहर से आने वाले व्यापारियो की सुरक्षा का मामला हो अथवा बाजार मे मजदूरो से परेशानी का विषय सभी मुद्दो पर यह कमेटी फेल साबित हुई है।
फोटो - गौरी गोयल व प्रवीण झंवर पिक्चर मे ।
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-सलाारुढ़ गौरी गोयल गुट 20 साल बनाम दो साल के मुद्दे पर लड़ रहा चुनाव
- एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा 16 को और मतदान 17 को
संवाद सूत्र,सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी मर्चेट एसोसिएशन के द्विवार्षिक चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे चुनावी सरगर्मी तेज होने लगी है। चुनाव मे दो गुट आमने सामने की लड़ाई लड़ रहे है।
पहला गुट सलाासीन गौरी गोयल का है। जिसके 15 सदस्य चुनाव मैदान मे है। वही दूसरा गुट प्रवीण झंवर के नेतृत्व मे मैदान मे है। इस गुट के 14 सदस्य चुनाव लड़ रहे है। प्रवीण झंवर का कहना है कि उनका गुट अहंकार के खिलाफ मैदान मे है। जबकि दो साल से एसोसिएशन की बागडोर संभाल रहे गौरी गोयल का कहना है कि हमलोग 20 साल बनाम दो साल के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे है।
संगठन मे कई महत्वपूर्ण पदो पर कार्य करने का अनुभव रखने वाले वरिष्ठ व्यवसायी प्रवीण झंवर ने आरोपो की झड़ी लगाते कहा कि बीते दो साल मे हमने अहंकारिता भरी शैली वाली कमेटी का सामना किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव जरूरत पड़ने पर बाजार मे मिलते ही नही। पिछले दो साल नोटबंदी, जीएसटी तथा गोरखालैड आंदोलन से व्यापारी जुझते रहे, लेकिन यह एसोसिएशन विफल रहा। उन्होने कहा कि इस कमेटी ने चुनाव के पहले दिये अपने घोषणा पत्र मे जिन बातो का आश्र्वासन दिया था, इनमे से कोई भी वादा पूरा नही किया गया। स्थानीय अथवा बाहर से आने वाले व्यापारियो की सुरक्षा का मामला हो अथवा बाजार मे मजदूरो से परेशानी का विषय सभी मुद्दो पर यह कमेटी फेल साबित हुई है। छह महीने पहले हमारे छह सदस्यो ने इस कमेटी मे रहते हुए इनके अहंकार के खिलाफ इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इनके पदाधिकारियो ने हम सदस्यो से कारण भी नही पूछा। इस्तीफा स्वीकार किया अथवा नही इसकी भी जानकारी नही दी गयी। इसलिए हम इस बार अहंकार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है।
दूसरी ओर दो वर्ष एसोसिएशन मे महासचिव के पद पर रहे युवा व्यवसायी गौरी शंकर गोयल ने इन सभी आरोपो को सिरे से नकारते हुए कहा कि हमारा काम सभी व्यापारी बंधुओ ने बड़े नजदीक से देखा है। हमलोग हमेशा व्यापारियो के सहयोग के लिए हाजिर रहते है। इसलिए उपलब्ध न रहने का आरोप बेबुनियाद है। बाजार मे अस्थिरता को लेकर हमेशा गंभीर रहे है। जब भी किसी को कोई असुविधा हुयी तो उसका समाधान तत्काल किया गया । हम इस बार सिर्फ दो साल मे किये गये कार्यो एवं सुधारो की बदौलत चुनाव मैदान मे है। हमारा मुद्दा भी 20 साल बनाम दो साल है।