Coronavirus: कोरोना को लेकर जारी अधिसूचना से सरकारी बैंक कर्मचारियों का एक वर्ग नाराज
Coronavirus. एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन (बंगाल सर्किल) के महासचिव शुभ ज्योति चट्टोपाध्याय ने कहा कि इस तरह के भेदभाव से कर्मचारी सदस्यों में रोष है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Coronavirus. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) समेत विभिन्न सरकारी बैंकों के कर्मचारियों के एक वर्ग ने कोरोना से सुरक्षा को लेकर उनके बैंक प्रबंधनों की ओर से जारी की गई अधिसूचना पर नाराजगी जताई है। इस अधिसूचना में बैंकों के प्रशासनिक कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या नियंत्रित करने की बात कही गई है, लेकिन नियमित शाखाओं के कर्मचारियों को लेकर कुछ नहीं कहा गया है।
एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन (बंगाल सर्किल) के महासचिव शुभ ज्योति चट्टोपाध्याय ने कहा कि इस तरह के भेदभाव से कर्मचारी सदस्यों के मन में रोष पैदा हुआ है। बैंक शाखाओं में ग्राहकों की नियमित संख्या में बढ़ोतरी हुई है। शाखाएं बहुत ज्यादा 'एक्सपोज्ड' हो गई हैं, इसलिए वहां के कर्मचारियों के इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने का खतरा काफी बढ़ गया है।
गौरतलब है कि एसबीआइ की तरफ से गत 20 मार्च को अधिसूचना जारी कर स्थानीय मुख्य कार्यालय/प्रशासनिक कार्यालय, क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को 21 मार्च से चार अप्रैल तक एक-एक दिन छोड़कर आने को कहा गया था। इसके तहत रोटेशन आधार पर 50 फीसद कर्मचारी कार्यालय आकर और 50 फीसद घर से काम करेंगे।
एसबीआइ के एक कर्मचारी ने बताया-'हमें रोजाना नए ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करनी पड़ती है। हमें यह भी पता नहीं होता कि वे कहां से घूमकर आए हैं। प्रबंधन को हमारी सुरक्षा के बारे में भी सोचना चाहिए था। हमारे साथ इस तरह का सौतेला व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए था। निर्देश सबके लिए एक समान होना चाहिए था।
इस बारे में एसबीआइ के मुख्य महाप्रबंधक (कोलकाता सर्किल) रंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि नियमित बैंक शाखाओं के बारे में भी कुछ सोचा जा रहा है और अगले कुछ हफ्तों में इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि मूल बैंकिंग सेवाओं पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े।
गौरतलब है कि बंगाल में रविवार को कोरोना के तीन और पॉजिटिव मामले सामने आए। इसके साथ राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। हाल में लंदन से कोलकाता लौटे कोरोना से संक्रमित 22 वर्षीय युवक के माता-पिता एवं उसके घर में काम करने वाली नौकरानी में भी संक्रमण की पुष्टि हुई। शनिवार को भी बंगाल में कोरोना के दो मामलों की पुष्टि हुई थी।