तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 107 सांप कंचनजंघा एक्सप्रेस की जनरल बोगी से बरामद
असम से देश के विभिन्न हिस्सों में सांपों की तस्करी व्यापक पैमाने पर हो रही है। इसका खुलासा कंचनजंघा एक्सप्रेस की जनरल बोगी मालदा टाउन स्टेशन पर बरामद 107 सांपों से हुआ है।
By Edited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 07:58 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 07:58 PM (IST)
मालदा [संवादसूत्र]। असम से देश के विभिन्न हिस्सों में जाने वाली ट्रेनों के माध्यम से सांपों की तस्करी व्यापक पैमाने पर हो रही है। इसका खुलासा सिल्चर से चलकर कोलकाता तक जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस की एक जनरल बोगी से मालदा टाउन स्टेशन पर बरामद 107 सांपों से हुआ है। ये सांप वन विभाग को सौंप दिए गए। हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
जीआरपी पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर डाउन कंचनजंघा एक्सप्रेस की जनरल बोगी में अभियान चलाया गया। मालदा टाउन स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर जब ट्रेन पहुंची तो उसमें गहन तलाशी ली गई। इस बोगी में एक बोरी में सांपों को छिपा कर रखा गया था। इसे सुगबा सांप भी कहा जाता है। हरे रंग के ये सांप झाड़ियों में छिपे रहते हैं। पेड़ों पर एक डाल से दूसरी डाल पर यह उड़ भी सकता है। इन सांपों को पूर्वोत्तर के जंगल से इकट्ठा किया गया होगा।
कोलकाता ले जाकर इनकों विभिन्न जगहों पर तस्करी करने की योजना रही होगी। बरामद सांपों में 75 सुगबा सांप, दो किंग कोबरा, आठ इंडियन कोबरा और 12 पहाड़ी चित्ती सांप हैं। वन अधिकारी ने बताया कि बरामद सांपों का बाजार मूल्य लाखों में है। इन विषधर सांपों से औषधि तैयार की जाती है। जीआरपी के आइसी भास्कर प्रधान ने बताया कि बरामद सांपों को वन विभाग को सौंप दिया गया है। पुलिस तस्करों को तलाश रही है।
जीआरपी पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर डाउन कंचनजंघा एक्सप्रेस की जनरल बोगी में अभियान चलाया गया। मालदा टाउन स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर जब ट्रेन पहुंची तो उसमें गहन तलाशी ली गई। इस बोगी में एक बोरी में सांपों को छिपा कर रखा गया था। इसे सुगबा सांप भी कहा जाता है। हरे रंग के ये सांप झाड़ियों में छिपे रहते हैं। पेड़ों पर एक डाल से दूसरी डाल पर यह उड़ भी सकता है। इन सांपों को पूर्वोत्तर के जंगल से इकट्ठा किया गया होगा।
कोलकाता ले जाकर इनकों विभिन्न जगहों पर तस्करी करने की योजना रही होगी। बरामद सांपों में 75 सुगबा सांप, दो किंग कोबरा, आठ इंडियन कोबरा और 12 पहाड़ी चित्ती सांप हैं। वन अधिकारी ने बताया कि बरामद सांपों का बाजार मूल्य लाखों में है। इन विषधर सांपों से औषधि तैयार की जाती है। जीआरपी के आइसी भास्कर प्रधान ने बताया कि बरामद सांपों को वन विभाग को सौंप दिया गया है। पुलिस तस्करों को तलाश रही है।
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