सामूहिक विवाह समारोह: 101 आदिवासी जोड़े बंधे दांपत्य सूत्र में
वनवासी कल्याण आश्रम-उत्तरबंग और अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से रविवार को सामूहिक विवाह का आयोजन विरसा शिशु शिक्षा केंद्रसालबाड़ी में किया गया।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। वनवासी कल्याण आश्रम-उत्तरबंग और अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से रविवार को सामूहिक विवाह का आयोजन विरसा शिशु शिक्षा केंद्र,सालबाड़ी में किया गया। स्वागत भाषण उत्तर बंग प्रांत अध्यक्ष कमल पुगलिया ने दिया।
मंच संचालन प्रांत सचिव विजय सरावगी और मणि कुमार लामा द्वारा किया गया। इस अवसर पर 101 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे। वैदिक मंत्रोचारण के साथ इन जोड़ों ने एक-दूसरे का साथ निभाने की कसम खाई। इसी कड़ी के तहत आदिवासी लोक नृत्य पेश किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मामन चंद गर्ग उपस्थित हुए।
उन्होंने कहा कि शहरवासी और वनवासी सभी एक है। सब मिलकर ही देश की सेवा में कार्य कर रहे हैं। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी विष्णु केडिया और डा.अमिताभ मिश्र ने उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने रक्तदान की महत्ता पर रोशनी डाली। रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया था।
वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष जगदेव राम उरांव ने कहा कि वनवासियों द्वारा विवाह के अवसर पर भोज देने की परंपरा का पालन आज भी किया जाता है। किंतु अर्थ के अभाव में ये लोग विवाह के मौके पर भोज नहीं दे पाते हैं। कई जोड़े बिना विवाह के साथ रहने लगते हैं। ऐसे में वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से सामूहिक विवाह की व्यवस्था की जाती है। जहां पर भोजन की व्यवस्था की जाती है। इसके उपरांत इनको विवाह की मान्यता मिल जाती है। जो एक बहुत ही सराहनीय कार्य किया है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला समिति के अध्यक्ष रतन अग्रवाल, जिला समिति के सचिव उमेश गर्ग, कार्यक्रम संयोजक राजेश अग्रवाल की सक्रिय भूमिका रही। मारवाड़ी युवा मंच,सेवक शाखा द्वारा इस मौके पर शीतल पेयजल और शर्बत की व्यवस्था की गई थी। लगभग 10 से 12 हजार लोगों को शर्बत पिलाई गई। संस्था के अध्यक्ष सुमित अग्रवाल ने बताया कि मंच के 30 सदस्यों ने लगभग पांच घंटे तक वहां पर सेवा दी।
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