बेरोजगारी दूर करने के लिए की गई टेंशन देवता की पूजा
संवाद सूत्रचेंगड़ाबांधा बेरोजगारी अभी देश की सबसे बड़ी समस्या हो गयी है। उच्च शिक्षा प्राप्त क
संवाद सूत्र,चेंगड़ाबांधा: बेरोजगारी अभी देश की सबसे बड़ी समस्या हो गयी है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। बाग्लादेश के सीमावर्ती इलाके में रोजगार का कोई अवसर नहीं है। इसके कारण युवा वर्ग अवसाद में है। इसे लेकर बेरोजगार युवाओं का एक समूह टेंशन देवता की पूजा करके रोजगार देने का वर मांगा गया। पूजा के लिए बकायदा पुजारी को बुलाया गया था। प्रसाद में केले, संदेश आदि से टेंशन देवता को चढ़ावा चढ़ाया गया। पुजारी बड़ी तल्लीनता से टेंशन देवता की पूजा की। पूजा करने के बाद, उन्होंने अपने तनाव से छुटकारा पाने और देवता के साथ रोजगार पाने की कसम खाई। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गाव के कुछ बेरोजगार युवक छह साल पहले गाव के मुखिया के पास सरकारी नौकरी, रोजगार या न मिलने सहित विभिन्न तनावों से छुटकारा पाने के लिए गए थे। लेकिन खाली हाथ लौट आए। बेरोजगार युवकों ने कई देवी-देवताओं की पूजा की। लेकिन फिर भी नौकरी नहीं मिली। बाद में बेरोजगार युवकों को आंखें खिंची हुई, तनाव में डूबे हुए टेंशन देवता को बनाया। तब से यह पूजा की जा रही है। वैसे छह साल टेंशन देवता की पूजा शुरू हुई थी।यद्यपि अलग-अलग लोग पूरे वर्ष इस देवता की पूजा करते है।
इलाके के पापुन बर्मन, साहेब रॉय, शुभ अधिकारी, सागरद्वीप बर्मन, कौशिक बर्मन ने बताया कि हमारी उम्मीद अब टेंशन देवता से है कि वें हमें किसी तरह का रोजगार दिला दे। अब घर में रहना ठीक नहीं लगता। हम सीमवर्ती क्षेत्र के दूर-दराज इलाके में रहते है। स्थानीय पुजारी देबरू बर्मन प्रति वर्ष टेंशन देवता की पूजा करते है। उन्होंने कहा कि बेरोजगार विशेष रूप से इस देवता की पूजा करते हैं।
कैप्शन : टेंशन देवता की पूजा करते बेरोजगार युवक