नए जिलाध्यक्ष व विधायक विश्वनाथ की दूरी से उठ रहे सवाल
दुर्गापुर पश्चिम बर्द्धमान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के जिलाध्यक्ष का दायित्व दुर्गापुर के पूर्व विधायक
दुर्गापुर : पश्चिम बर्द्धमान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के जिलाध्यक्ष का दायित्व दुर्गापुर के पूर्व विधायक अपूर्व मुखर्जी को दिया गया है। रविवार को उन्हें यह दायित्व सौंपा गया। उन्हें शुभकामना देने वाले लोगों का तांता लगा है, कोई फोन पर तो कोई मिलकर उन्हें बधाई दे रहा है। लेकिन मंगलवार दोपहर तक दुर्गापुर के विधायक सह तृणमूल ट्रेड यूनियन के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ पड़ियाल ने नव नियुक्त जिलाध्यक्ष को न ही शुभकामनाएं दी और न ही उनसे मुलाकात की। ऐसे में एक बार प्रश्न उठ रहा है कि वर्तमान विधायक एवं पूर्व विधायक अपूर्व मुखर्जी के बीच कैसे समन्वय स्थापित होगा। हालांकि अपूर्व का कहना है कि तृकां से जुड़े हर लोगों को संगठन के लिए काम करना होगा। अपूर्व ने कहा कि अब तक विश्वनाथ से बात नहीं हुई है, लेकिन वे खुद सभी से बात कर संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में तृकां के टिकट पर अपूर्व मुखर्जी चुनाव मैदान में उतरे थे। वहीं विश्वनाथ पड़ियाल ने तृकां से बगावत कर कांग्रेस का झंडा थाम लिया था। अंतिम समय में कांग्रेस ने टिकट दिया था। वाम समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में उन्होंने अपूर्व को पराजित किया था। उसके पहले दोनों नेता एक-दूसरे के करीबी थे। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से दोनों में दूरी बन गई थी।
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जीतेंद्र तिवारी से भी करेंगे बात :
तृकां के जिलाध्यक्ष पद से जीतेंद्र तिवारी ने दिसंबर के मध्य में इस्तीफा दे दिया था। इसके एक माह बाद उस पद के लिए अपूर्व के नाम की घोषणा हुई है। जीतेंद्र द्वारा इस्तीफा देने के बाद से ही उनके भगवा शिविर में शामिल होने की अटकलें लगने लगी। लेकिन वे बार-बार खुद को तृकां के साथ रहने की बात कहते है। वे पिछले दिनों तृकां के कई कार्यक्रमों में भी शामिल हुए। हालांकि अन्य कोई बड़े नेता के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए है। जीतेंद्र के संदर्भ में अपूर्व का कहना है कि वे पहले भी मेरे साथ संगठन में काम किए है, मैं भी काम किया हूं। उनसे बातचीत करूंगा एवं सब को लेकर संगठन के लिए काम करना है।
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दिखावे से दूर, संगठन के लिए काम करना होगा : अपूर्व ने कहा कि उन्हें जिलाध्यक्ष का पद मिला है। सभी को साथ लेकर काम करना है। पहले से जो ब्लॉक स्तर पर कमेटी है, उसे ही लेकर काम किया जाएगा। कमेटियों में नए लोगों के शामिल करने के संदर्भ में कहा कि पहले पांच लोगों की जिला कमेटी थी। ज्यादा लोगों को जोड़कर दिखावा नहीं करना है। कम लोग रहे, अच्छे से संगठन के लिए काम करें। जरूरत पड़ने पर भविष्य में नए लोगों को जोड़ने के देखा जाएगा। मेरा उद्देश्य दिखावा से दूर होकर संगठन के लिए कार्य करना है। हमलोगों की नेत्री ममता बनर्जी है, इस कारण केवल उनके ही नाम पर लगना चाहिए।