कृषि बिल के खिलाफ सड़क पर उतरा सिख समुदाय
आसनसोल केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में आसनसोल में बुधवार को सिखल समुदाय के लोग भ
आसनसोल : केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में आसनसोल में बुधवार को सिखल समुदाय के लोग भी सड़क पर उतरें एवं कृषि बिल का विरोध किया। एक प्रतिनिधि दल ने एडीएम डॉ. अभिजीत से मिलकर मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। बर्नपुर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के आह्वान पर यह आंदोलन किया गया।
सिख संगत के लोगों ने आरंभ में कृषि बिल के खिलाफ भगत सिंह मोड़ पर प्रदर्शन किया। वहां से वे लोग डीएम कार्यालय में गए एवं एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बड़ी संख्या में सिख संगत के लोग मौजूद थे। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष तजेंदर सिंह बल ने कहा कि देश की तकरीबन 80 प्रतिशत जनता कृषि से जुड़ी है। कृषि के ऊपर केंद्र सरकार ने तीन तरह का काला कानून लगाया है। सिख समाज कृषि प्रधान समाज है, यह अधिकतर पंजाब और हरियाणा में कृषि के साथ जुड़े हुए हैं। उन अन्नदाताओं को बचाने के लिए हमलोग सड़क पर उतरे हैं। कृषि प्रधान देश में हमलोग स्थानीय बाजार, आंचलिक मार्केट कमेटी और तीसरा मिनिमम सपोर्ट प्राइस के माध्यम से अनाज बेचते हैं। अभी मिनिमम सपोर्ट प्राइस में सिर्फ पांच प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हुए हैं। अभी केंद्र सरकार कॉर्पोरेट घरानों को भी कृषि क्षेत्र में लाने का प्रयास कर रही है। जिससे नुकसान किसानों को होगा। सरकार को कृषि के क्षेत्र में सुधार करना चाहिए, वित्तीय सहयोग देना चाहिए। लेकिन सरकार केवल पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है। केंद्र सरकार को कृषि बिल वापस लेना चाहिए। मौके पर बर्नपुर गुरुद्वारा के प्रधान मनमोहन सिंह वाधवा, सचिव सुरेंद्र सिंह, आसनसोल गुरुद्वारा प्रधान अमरजीत सिंह भरारा, परबलिया गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान मलकित सिंह, रानीगंज गुरुद्वारा प्रधान इंदर सिंह, कुल्टी गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरदीप सिंह डांग, गोविदनगर गुरुद्वारा कमेटी से सोहन सिंह, सेवा खालसा दल दुर्गापुर से दलविदर सिंह आदि मौजूद थे।