झारखंड व बंगाल में अंगदान को जागरूक करेंगे बुजुर्ग दंपति
अंगदान करने के लिए पूरे देश
झारखंड व बंगाल में अंगदान को जागरूक करेंगे बुजुर्ग दंपति
जागरण संवाददाता, आसनसोल : अंगदान करने के लिए पूरे देश में घूम- घूम कर लोगों को जागरूक करने वाले इस्पात नगरी बर्नपुर के बुजुर्ग दंपति जरनैल िसंह व भुपिंद्र कौर के जज्बे से प्रभावित होकर बर्नपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सह चिकित्सा प्रमुख संजय चौधरी सहित अन्य अस्पताल कर्मियों के सहयोग से उनके लिए एक मोटर साइकिल खरीदी गई है जिसके माध्यम से वे अंगदान के लिए घूमकर लोगों को जागरूक करेंगे।
अंगदान के लिए बर्नपुर से असम तक प्रचार करने जाने से पहले बुधवार को जरनैल सिंह ने बर्नपुर अस्पताल में सीएमओ डा. संजय से मुलाकात की। इस दौरान अस्पताल के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक कुमार, डा. सोमनाथ मंडल उपस्थित थे। जरनैल सिंह को मंगलकामनाएं देते हुए सीएमओ ने कहा कि इंसान अपने िसवाय दूसरों के बारे में नहीं सोचता है ऐसी स्थिित में इस उम्र में जरनैल सिंह के जज्बा दूसरों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि परोपकार से बढ़कर और कोई धर्म नहीं है। जिसकी मिसाल जरनैल सिंह है। जरनैल सिंह ने कहा जीवन का सबसे बड़ा सत्य है मृत्यु। हर किसी को एक दिन मौत जरूर आनी है, मरने के बाद शरीर को या तो आग के हवाले कर दिया जाता है या जमीन में दफना दिया जाता है। लेकिन मरने के बाद जिंदा रहने का एक मात्र साधन है अंगदान। विज्ञान के मुताबिक शरीर के कई अंग ऐसे हैं जो मरने के बाद घंटों जिंदा रहते हैं, अगर समय पर इन अंगों का उपयोग कर लिया जाए तो कई लोगों को जिंदगी मिल सकती है। 65 वर्षीय सरदार जरनैल सिंह ने बताया कि वे मोटरसाइकिल से लगभग आठ दिनों के लिए मालदह, न्यूजलपाईगुड़ी, फरक्का होते हुए असम के धुबड़ी तक अंगदान के लिए लोगों को बंगला, हिन्दी व अंग्रेजी में लिखी बैरन के माध्यम से जागरूक करेंगे। सरदार जरनैल सिंह ने अब तक कुल 12 लोगों को अंगदान के लिए तैयार किया है जिनकी एनओटीटीओ से कागजी प्रक्रियाएं पूरी की जा रहीं है।