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चार दिन बाद भी नहीं शुरू हो सका मरम्मत का काम

दुर्गापुर दुर्गापुर दामोदर बैराज का 31 नंबर लॉक गेट शनिवार को टूटा तब से लेकर मंगलव

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 06:59 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 06:59 PM (IST)
चार दिन बाद भी नहीं शुरू हो सका मरम्मत का काम
चार दिन बाद भी नहीं शुरू हो सका मरम्मत का काम

दुर्गापुर : दुर्गापुर दामोदर बैराज का 31 नंबर लॉक गेट शनिवार को टूटा, तब से लेकर मंगलवार बीत गया, लेकिन लॉक गेट की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया। चार दिन से सिचाई विभाग के कई इंजीनियर व कर्मी पानी के प्रवाह को रोकने का उपाय करने में जुटे है, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है। नतीजन लॉक गेट मरम्मत नहीं होने के कारण शहर में पानी के लिए हाहाकार मच गया है।

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शनिवार की सुबह पांच बजे लॉक गेट टूटने की घटना सामने आई। उस दिन संध्या लगभग चार-पांच बजे तक बैराज से पानी भी निकाल दिया गया, लेकिन 31 नंबर लॉकगेट की ओर गहराई होने के कारण नदी के पानी का बहाव जारी रहा। पानी के प्रवाह को बंद करने के लिए शनिवार देर शाम से ही बांध बनाना शुरू हुआ। ताकि पानी निकालकर 31 नंबर लॉकगेट की मरम्मत शुरू हो, लेकिन मंगलवार शाम तक पानी के प्रवाह को रोका नहीं जा सका था। छह फीट मात्र बांध बनाना जारी है, जिसमें सुबह से शाम बीत गया, लेकिन उतना बांध नहीं बन सका था। बालू का बड़ा-बड़ा डालने पर भी वह नदी में बह जा रहा था। इस कारण मंगलवार देर संध्या तक मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया।

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डेढ़ से दो हजार क्यूसेक पानी का बहाव : सिचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार बैराज से पानी लगभग सूख गया है। इसके बावजूद भी पानी का बहाव जारी है। लगातार डेढ़ हजार से दो हजार क्यूसेक पानी दामोदर से लगातार निकल रहा है। मैथन डैम से दुर्गापुर बैराज में पानी पहुंचता है। मैथन बैराज से पानी बंद है, लेकिन अंडाल-वारिया के बीच सिघारन नदी भी दामोदर नदी में मिलती है, इस कारण उसका भी पानी आ रहा है। वहीं नदी सतह से भी पानी का प्रवाह होता है। इस कारण पानी बहना जारी है। सिचाई विभाग के अनुसार 31 अक्टूबर को वर्षा ऋतु समाप्त हुई है, इस कारण नदी सतह का पानी का बहाव जारी है।

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डीएसपी के लोहे के चादर की कटाई जारी : दुर्गापुर इस्पात संयंत्र की ओर से शनिवार की रात ही लॉक गेट मरम्मत के लिए 20 एमएम, 12 एमएम का लोहे का चादर, एंगल समेत अन्य उपकरण भेज दिया गया। मरम्मत कार्य के लिए सेफ्टी के सामान की व्यवस्था भी डीएसपी की ओर से किया गया। सोमवार की रात से डीएसपी से आएं लोहे के चादर की कटाई का काम भी शुरू किया गया, ताकि बैराज के 31 नंबर लॉक गेट से पानी सूखने के बाद कार्य में सुविधा हो। मंगलवार की दोपहर भी चादर कटाई का सिलसिला जारी था। जहां डीएसपी के मुख्य महाप्रबंधक संजीव कुमार सिंह, रजत कुमार सिन्हा आदि के नेतृत्व में कर्मी मौजूद थे।

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स्पीड बोट भी नदी में तैनात : बैराज के 31 नंबर लॉकगेट के बाद पानी का बहाव बंद हो जाने के बाद वहां जमा पानी को पंप से निकाला जाएगा। दो पंप की व्यवस्था भी की गई है, जिससे पानी को निकालने में भी 2-3 घंटे का समय लगेगा। वहीं मंगलवार से कार्य चलने के बाद आपदा प्रबंधन टीम के सदस्य स्पीड बोट लेकर भी नदी में चक्कर लगाते रहे।


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