रेड लाइट क्षेत्र में निर्मित दुकानों को तोड़ेगा नगर निगम
संवाद सहयोगी आसनसोल कुल्टी के रेड लाइट क्षेत्र लच्छीपुर में नाबालिग लड़कियों के यौन शोष
संवाद सहयोगी, आसनसोल : कुल्टी के रेड लाइट क्षेत्र लच्छीपुर में नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद सीआइडी की टीम भी गंभीरता से जांच कर रही है। वहीं रेड लाइट क्षेत्र में दर्जनों दुकानें थी, जिसमें अधिकांश अवैध थी, उसे भी आसनसोल नगर निगम तोड़ेगा। वहीं नगर निगम से किसी भी दुकान को ट्रेड लाइसेंस नहीं मिला था, सभी अवैध ढंग से दुकान चलाते थे।
रेड लाइट क्षेत्र में कैसे अवैध निर्माण हुआ, कैसे दुकानें बनी एवं कैसे उनका संचालन होता था। इस पर आसनसोल नगर निगम के चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी ने भी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि यह मामला आसनसोल अदालत में लंबित है, इसलिए इस पर वह बहुत कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने बताया कि आसनसोल नगर निगम से रेड लाइट एरिया में किसी भी मकान अथवा दुकान का धंधा चल रहा था। वहां वर्ष 2015 से 2020 तक किसी को ट्रेड लाइसेंस नहीं दिया गया। नगर निगम के नाम पर कुछ दलाल नगर निगम के नाम पर ट्रेड लाइसेंस बनाकर वहां अवैध धंधा कर रहे थे, जिसकी जांच की जाएगी। पुलिस द्वारा 150 दुकानों को सील करने की कार्रवाई को भी उन्होंने जायज बताया। उन्होंने कहा कि नगर निगम बहुत जल्द रेड लाइट क्षेत्र में बने अवैध दुकानों एवं मकानों की जांच कर बुलडोजर चलाएगा। उन्होंने बताया कि रेड लाइट क्षेत्र में वर्ष 2019 से कोई पार्किंग का भी टेंडर नहीं निकाला गया था। कोई अवैध पार्किंग चलता है तो नगर निगम उसके खिलाफ भी कार्रवाई करेगा। वहीं उन्होंने नगर निगम के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से 2020 तक जितेंद्र तिवारी मेयर थे। उन्होंने पूरे नगर निगम को अपने अनुसार चलाया। नगर निगम को जिस जगह से पैसा आने की संभावना थी, उस जगह पर उन्होंने अपने आदमी को बैठा रखा था।