ओवरब्रिज के लिए रोका रेलवे का काम
संवाद सहयोगी बर्नपुर आद्रा रेल मंडल के बर्नपुर स्थित बरथोल गांव के समीप रेल लाइन दोहरीकर
संवाद सहयोगी, बर्नपुर : आद्रा रेल मंडल के बर्नपुर स्थित बरथोल गांव के समीप रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य रविवार को ग्रामीणों ने कुछ देर के लिए बंद करा दिया। वे इस इलाके में ओवर ब्रिज निर्माण करने की मांग कर रहे थे। आंदोलन का नेतृत्व तृकां नेता सह आसनसोल नगर निगम प्रशासक बोर्ड के सदस्य अशोक रूद्र ने किया। ग्रामीणों ने उन्हें मांगपत्र देकर राज्य सरकार से सहयोग भी मांगा। कहा कि जरूरत पड़ने पर हजारों लोगों को लेकर आद्रा मंडल कार्यालय के समक्ष भी हमलोग प्रदर्शन करेंगे। लोगों की यह मांग पुरानी है।
लाइन दोहरीकरण के लिए मिट्टी कटाई तल रही है। ग्रामीण अजय पातर, राजू मंडल, पवित्र मंडल, नीलू ओरांग, प्रदीप ओरांग ने कहा कि हमलोग वर्ष 1994 से यहां ओवर ब्रिज निर्माण करने की मांग कर रहे हैं। वर्ष 2018 से इस के लिए सक्रियता से आंदोलन शुरू किया गया है। वर्ष 2018 में विधायक तापस बनर्जी ने भी यहां ओवर ब्रिज के लिए रेलवे जीएम को पत्र भेजा था, लेकिन कोई पहल नहीं की गई। फिर इस साल भी पत्र उन्होंने भेजा है।
रेलवे सूत्रों की मानें तो कुछ दिनों पहले ही आद्रा मंडल के डीआरएम और ग्रामीण प्रतिनिधियों के बीच ओवर ब्रिज निर्माण के लिए बैठक हुई थी। इसमें राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहयोग करने पर ही काम शुरू होने की बात कही गई थी।
इधर, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अशोक रूद्र ने कहा कि बरथोल, पंजाबी पाड़ा, धेनुआ, कालाझरिया, चासा पट्टी, नया बस्ती, घुसकापाड़ा, भालुकजोर, तालकुड़ी, नतुनडीह सहित 10 से 12 गांवों के लोग पटरी पार कर बर्नपुर शहर से गांव की जाते हैं। रेलवे यहां डबल लाइन बना रही है। इससे आने वाले दिनों में एक्सप्रेस, मेल मालगाड़ी मोहिशिला लाइन होकर जाएगी। ग्रामीणों ने डीआरएम से बात भी की है। ओवर ब्रिज निर्माण के लिए कभी तीन करोड़ तो कभी 6 करोड़ बजट की जानकारी दे जा रही है। मालगाड़ी, एक्सप्रेस या मेल ट्रेन यहां से गुजरेगी तो रेलवे को फायदा होगा। ऐसे में राज्य सरकार से वित्तीय सहयोग मांगना ठीक नहीं है। ग्रामीण रेलवे के विकास में बाधा के खिलाफ नहीं है, लेकिन उनकी समस्याओं को भी देखना होगा। स्टेशन मैनेजर के माध्यम से डीआरएम को हमलोग पत्र भेजेंगे।