शिक्षकों ने बढ़ाई तृणमूल की मुश्किलें, मोर्चा खोला
आसनसोल तृणमूल कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव से पहले परेशानियां बढ़ती जा रही है। अब पाट
आसनसोल : तृणमूल कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव से पहले परेशानियां बढ़ती जा रही है। अब पार्टी के जिला नेताओं पर एकाधिकार का आरोप लगाते हुए शिक्षक संगठन ने ही मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए आसनसोल में प्राथमिक, माध्यमिक व कॉलेज स्तर के शिक्षकों ने संयुक्त रूप से मंगलवार को प्रतिवाद जुलूस निकाला। इसका समर्थन प्रदेश तृणमूल कांग्रेस के सचिव वी. शिवदासन दासू ने भी किया है। जुलूस राहा लेन के निकट से शुरू होकर हट्टन रोड सिटी बस स्टैंड के पास आकर संपन्न हुआ। तृणमूल सेकेंडरी टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजीव मुखर्जी ने कहा कि पश्चिम बर्द्धमान जिले में कुछ जिला नेता अपना एकाधिकार चला रहे हैं। यहां शिक्षकों द्वारा संगठन के लिए कार्य किए जाने के बावजूद उन्हें उचित सम्मान न देकर अपमानित किया जा रहा है। 105 सदस्यों की जिला कमेटी में शिक्षकों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। ब्लॉक कमेटी में भी शिक्षकों को स्थान नहीं मिला। 2013 और 2018 के पंचायत चुनाव, 2015 के नगर निगम चुनाव में भी शिक्षकों को जनप्रतिनिधि के रूप में दायित्व नहीं दिया गया। इतने वर्षों के बाद शिक्षक संगठन के अभिभावक अशोक रूद्र को नगर निगम में एक पद दिया गया। जिस पर से अचानक उन्हें हटा दिया गया। जब उन्हें हटाना ही था तो फिर पद पर नियुक्त की क्यों किया गया। यह शिक्षक समाज का अपमान है। जिले के कुछ नेताओं के कारण यह सब हो रहा है। इसलिए वह लोग विरोध कर उच्च नेतृत्व का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं।
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दूसरा अधिकारी परिवार नहीं बनने देंगे : दासू
तृणमूल के प्रदेश सचिव वी. शिवदासन दासू ने कहा कि शिक्षकों ने कुछ नेताओं पर एकाधिकार चलाने की बात कही है। वह भी इसे महसूस कर रहे हैं। यह संगठन के हित में नहीं है। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा अगर कोई दूसरा सुवेंदु अधिकारी या अधिकारी परिवार बनाना चाहता है, तो यह होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि लेकिन इस तरह शिक्षकों को सड़क पर उतरकर विरोध नहीं करना चाहिए था। अशोक रूद्र शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष तथा पार्टी के महत्वपूर्ण पद पर भी है। किसी कारणवश उन्हें हटाया गया तो इसे लेकर पार्टी के उच्च नेतृत्व से बातचीत कर इंतजार करना चाहिए था।