माकपा नेताओं के साथ पुलिस की नोंकझोंक
जागरण संवाददाता आसनसोल आसनसोल के बाढ़ पीड़ितों से संबंधित मांगों को लेकर माकपा नेता एव
जागरण संवाददाता, आसनसोल : आसनसोल के बाढ़ पीड़ितों से संबंधित मांगों को लेकर माकपा नेता एवं कार्यकर्ता गुरुवार को पश्चिम बर्द्धमान जिला अधिकारी को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। लेकिन डीएम के न रहने से वह लोग भड़क गये। डीएम के कक्ष के सामने पुलिस और माकपा नेताओं के बीच नोंकझोंक से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने माकपा कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया तो वह लोग पार्किंग जोन में जाकर धरने पर बैठ गये। माकपा नेता पार्थ मुखर्जी की अगुवाई में सभी लोग रेलपार के 24, 25, 26, 28 सहित विभिन्न वार्डों में बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर प्रशासन से सार्थक कदम उठाने का आग्रह करने गये थे। जिससे इन बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत मिल सके। लेकिन जिला अधिकारी के देर से आने पर माकपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में असंतोष देखा गया। समर्थक मौके पर धरना पर बैठ गए। इस संदर्भ में वरिष्ठ माकपा नेता पार्थ मुखर्जी ने कहा कि जिला अधिकारी ने पहले ही साढ़े 11 बजे का समय दिया। बाद में सूचना दी कि वह ढाई बजे तक आएंगे। उनके लिए लौटकर फिर वापस आना संभव नहीं है। इस वजह से जिला अधिकारी का इंतजार करने का फैसला कर धरना पर बैठ गये। उन्होंने कहा कि गारुई नदी की सफाई करनी होगी जिससे हर साल होने वाली तबाही का स्थायी समाधान मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने गारुई नदी पर अतिक्रमण को रोकने की भी मांग की। राम किशुन डंगाल, दिलदार नगर मुर्गासाल , बांकी डांगा , रेलपार के अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में करीब हजारों लोगों पर बाढ़ का प्रभाव पड़ा है। दस हजार बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची उनके पास है। इनलोगों के रहने का इंतजाम किया जाए और जल्द से जल्द इन तक सरकारी राहत पहुंचाने का काम किया जाए। इस दौरान डॉ.अरुण पांडेय, जयदीप चक्रवर्ती, कौसर हुसैन, हेमंत सरकार, सत्यजीत चटर्जी, विक्टर आचार्या, इफ्तियार नायर, शाहनाज परवीन, मनिकणा चक्रवर्ती, मो . सलाउद्दीन आदि उपस्थित थे।