मोदी सांप्रदायिक नहीं, बंगाल देगा मौका
दुर्गापुर तालित रेलवे स्टेशन से खेतों की पगडंडियों से युवकों का दल हाथ में मोदी का कटअ
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रंजीत कुमार, दुर्गापुर : पूर्व बर्द्धमान सियासी गर्मी से तप रहा है। सोमवार को तो पारा और चढ़ गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो सभा थी। मोदी की सभा में मुस्लिम समाज के भी कई लोग जा रहे थे। ऐसे ही युवकों का एक दल हेलीपैड के पास खड़ा आपस में बतिया रहा था। स्नातक छात्र शेख सलीम का कहना था कि मोदी सांप्रदायिक नहीं हैं, वे हमारे प्रधानमंत्री हैं। वे धर्म जाति की नहीं विकास की बातें करते हैं। सबको देख लिया, एक मौका तो बीजेपी को देने का बनता है। हमने तो मन बनाया है, विकास के लिए वोट देंगे। यहां परिवर्तन होगा। बंगाल भाजपा को मौका देगा। फिर अचानक वे बोले, मोदी तो युवकों का दल समवेत स्वर में बोला जिंदाबाद।
अधिकतर युवकों के हाथों में मोदी का पोस्टर भी था। सलीम ने बताया कि भातार विधानसभा क्षेत्र के माहता गांव से आ रहे हैं। मोदी को सुनना है। तब तक झारूल गांव के मोतिहार शेख ने अपनी बात रख दी। कहने लगे कि
10 साल से दीदी राज देख रहे हैं। देश में मोदी राज देखा, अब यहां भी देखना चाहते हैं। वे तो पूरी दुनिया में छाए हैं। वे तो हर वर्ग के हित की बात करते हैं। इस सरकार की योजनाएं समाज के हर वर्ग व धर्म के लिए हैं। जनता का अदालत इस बार भाजपा को मौका देने जा रही है। तब तक छात्र मासूम जो बहुत देर से सबकी बात सुन रहे थे ने इस मजलिस में प्रवेश किया। कहा कि दीदी के गुंडे मस्तानी कर रहे हैं। घर दिलाते हैं तो 10-20 हजार कमीशन मांगते हैं। विधायक तो कोई काम नहीं कर रहें। गांव में सड़क नहीं, पानी नहीं। इस बीच युवक वसीम ने भी उनकी बात से सहमति दिखा कहा कि अल्पसंख्यकों को टीएमसी वाले गलत समझा रहे हैं। ये लोग तो हम लोगों को गुंडा बना रहे हैं। बस केवल हमारा उपयोग कर दरकिनार कर दिया जाता है। हमें मिलता क्या है। दीदी ने भी हमारे लिए तो कुछ काम नहीं किया। हम लोग परिवर्तन चाहते हैं।
मोदीजी ठीक कह रहे हैं, दीदी तो गई : सभा के बाद जब लोग अपने अपने घर निकल पड़े तो मोदी के संबोधन के लोग अपने अपने मायने निकाल रहे थे। शेख मुबारक बोले, दीदी राज की खामियों को मोदीजी ने खोला है। ठीक ही कहा कि किसानों को क्या मिला। मो. शारूल ने भी उनकी बात से सहमति जता कहा कि कटमनी वाली बात भी तो कही है। दीदी राज में तो बहुत कुछ झेला है। अब विकास चाहिए।