अनुसूचित जाति के अपमान पर तृणमूल के साथ पूरे विपक्ष को घेरा
बर्द्धमान प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा के दौरान तृणमूल कांग्रेस की एक नेत्री द्वारा कुछ दिन पहल
बर्द्धमान : प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा के दौरान तृणमूल कांग्रेस की एक नेत्री द्वारा कुछ दिन पहले दलितों को भिखारी कहने के बयान पर टीएमसी को आड़े हाथ लिया। 40 मिनट के अपने संबोधन में वे छह मिनट तीन सेकेंड तक इसी मुद्दे पर बोले। तृणमूल कांग्रेस के साथ पूरे विपक्ष को घेरा।
कहा कि दीदी के लोग बंगाल के अनुसूचित जाति के भाई-बहनों को गाली देने लगे हैं। उनको भिखारी कहने लगे हैं। टीएमसी ने बाबा साहब का इतना बड़ा अपमान किया है। सीएम का कोई करीबी इस तरह की भद्दी बातें कर सकता है, इसका अंदाजा न देश को था न बंगाल को। यह तो कल्पना से परे है। दीदी अपने को रायल बंगाल टाइगर बोलती हैं। भाई बहनों के खिलाफ ऐसा बयान दीदी की मर्जी के बिना कोई नहीं दे सकता। जनता से संवाद कर पूछा क्या दीदी की मर्जी के बिना टीएमसी का नेता कोई बयान दे सकता है, जनता ने भी जवाब दिया नहीं। दीदी ने अब तक इस बयान पर क्षमा भी नहीं मांगी। देश के पूरे विपक्ष पर सवाल उठा कहा कि कांग्रेस समेत अन्य दलों ने भी इस बयान पर एक शब्द नहीं बोला। दीदी दलितों अपमान कर आपने अच्छा नहीं किया। आपने बहुत बड़ा पाप किया है। बड़ी भूल कर दी हैं। बंगाल के लोग हमेशा याद रखेंगे। पूर्व बर्द्धमान की 16 में सात सीटें अनुसूचित जाति के लिए : अनुसूचित जाति के अपमान पर प्रधानमंत्री ने टीएमसी को जो घेरा उसे राजनीतिक पंडित मास्टर स्ट्रोक की संज्ञा दे रहे। जिले में कुल 16 सीटें हैं, जिसमें सात अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं। प्रधानमंत्री की सभा में भी काफी संख्या में इस वर्ग से लोग पहुंचे थे। ऐसे में पीएम का टीएमसी को इस मुद्दे पर घेरने के कई मायने निकाले जा रहे हैं।