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अवैध खदान में फंसे लोगों का नहीं मिला सुराग

कुल्टी थाना के नियामतपुर अकबन बागान स्थित अवैध खदान में 48 घंटे से फंसे तीन लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है। खदान में दमघोंटू गैस होने के कारण अंदर फंसे लोगों के बचने की संभावना खत्म हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 01:02 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:34 AM (IST)
अवैध खदान में फंसे लोगों का नहीं मिला सुराग
अवैध खदान में फंसे लोगों का नहीं मिला सुराग

जागरण संवाददाता, आसनसोल: कुल्टी थाना के नियामतपुर अकबन बागान स्थित अवैध खदान में 48 घंटे से फंसे तीन लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है। खदान में दमघोंटू गैस होने के कारण अंदर फंसे लोगों के बचने की संभावना खत्म हो गई है।

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शुरुआत में ही बचाव कार्य में लापरवाही बरती गई। इस कारण लोगों में आक्रोश है। मंगलवार को भी बड़ी संख्या में लोग खदान के आसपास जमा थे। उन्हें उम्मीद थी कि कोई राहत कार्य शुरू हो और तीनों लोगों का कुछ पता चल पाए। रविवार रात मांझीपाड़ा के पास ईसीएल क्षेत्र की इस खदान में अवैध कोयला खनन के दौरान वे फंस गए थे। गैस के कारण रेसक्यू स्टेशन को काम करने में परेशानी हो रही थी।

इधर, पुलिस के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे है, हालांकि पहले ही दिन से खदान के निकट दिनरात पुलिस जवानों की डयूटी लगा दी गई है। बगल के मांझी पाड़ा गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। खदान में फंसे तीनों ग्रामीण इसी गांव के बताए जा रहे हैं। गमगीन माहौल में लोग खामोश होकर अपने घरों के आसपास बैठे हुए है। किसी बाहरी व्यक्ति से कोई बात नहीं करना चाहता है।

खदान में तीन लोगों के फंसे होने की जानकारी पर पुलिस ने माइंस रेसक्यू टीम को बचाव कार्य के लिए अनुरोध किया। रविवार की शाम और सोमवार की दोपहर पहुंची थी। लेकिन एल आकार की खदान के अंदर सुरंगनुमा इलाका इतना संकरा है कि उपकरण लेकर कोई व्यक्ति अंदर घुस नहीं सकता। बिना उपकरण के गैस भरी खदान में उतरने का अर्थ मौत को दावत देना है। यही कारण है कि रेसक्यू टीम को दोनों ही बार बैरंग वापस लौटना पड़ा। लोगों ने विशाल पंखा लगाकर गैस को निकालने का प्रयास किया लेकिन वह भी सफल नहीं हुआ।

नपा के पूर्व उप चेयरमैन बच्चू राय ने ईसीएल पर निशाना साधा। कहा कि ईसीएल ने मानवीय आधार पर भी बचाव कार्य में सहयोग नहीं किया। मंगलवार दोपहर बच्चू राय ने जिला आपदा प्रबंधन टीम से सहायता मांगी। आपदा प्रबंधन टीम के पहुंचने पर ही पुन: बचाव अभियान शुरू होने की संभावना बनी हुई है।


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