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तीन माह से रोजी-रोटी बंद होने से आंदोलन पर उतरें मत्स्य जीवी

दुर्गापुर दुर्गापुर स्थित दामोदर नदी बैराज का एक लॉकगेट अक्टूबर माह के अंत में टूट गया

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 08:02 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 08:02 PM (IST)
तीन माह से रोजी-रोटी बंद होने से आंदोलन पर उतरें मत्स्य जीवी
तीन माह से रोजी-रोटी बंद होने से आंदोलन पर उतरें मत्स्य जीवी

दुर्गापुर : दुर्गापुर स्थित दामोदर नदी बैराज का एक लॉकगेट अक्टूबर माह के अंत में टूट गया था। जिसकी मरम्मत के लिए दुर्गापुर बैराज से पानी खाली कर दिया गया था। लॉकगेट मरम्मत के बाद बैराज में पानी भरा। लेकिन अब तक दामोदर नदी में मछली नहीं छोड़ी गई। उस समय से मत्स्य जीवी बेरोजगारी से गुजर रहे हैं। उनकी रोजी-रोटी का जरिया बंद है। अब मत्स्य जीवियों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया है। दुर्गापुर एसडीएम कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें काफी संख्या में मत्स्य जीवी शामिल हुए।

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पश्चिम ब‌र्द्धमान जिला मत्स्य जीवी समीति की ओर से दुर्गापुर एसडीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। जिसमें विधायक संतोष देवराय, पूर्व विधायक सरेश आंकुड़े समेत कई मत्स्य जीवी शामिल हुए। मत्स्य जीवी बापी विश्वास ने कहा कि मेरे परिवार में आठ सदस्य है। दामोदर नदी में मछली पालन करके हमलोग जीविकोपार्जन करते है। नवंबर माह से हमलोगों का रोजी-रोटी बंद है। प्रशासन की ओर से हमारी समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। समरेश सरकार ने कहा कि परिवार में चार सदस्य है, पिछले तीन माह से मछली दामोदर नदी में नहीं है, इस कारण परिवार चलाने में काफी समस्या हो रही है। संदीप दास का कहना है कि प्रशासन की ओर से हमारी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। पूर्व विधायक सरेश आंकुड़े ने कहा कि दामोदर नदी पर दो हजार मत्स्य जीवी निर्भर है। जहां बैराज टूट जाने के बाद से समस्या है। प्रशासन को वहां मछली व मछली का अंडा छोड़ना चाहिए, ताकि मत्स्य जीवियों को कोई परेशानी न हो। वहीं मत्स्य जीवियों की मौत पर उसके आश्रितों को पेंशन की व्यवस्था करना चाहिए।


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