तृणमूल की फैक्ट्री में खिल रहा कमल : अब्बास
आसनसोल रेलपार तृणमूल की फैक्ट्री में कमल खिल रहा है। बंगाल में भाजपा की गाइड ममता बनजी
आसनसोल, रेलपार : तृणमूल की फैक्ट्री में कमल खिल रहा है। बंगाल में भाजपा की गाइड ममता बनर्जी है। ममता हार गई तो भाजपा बंगाल में खुद रास्ता भटक जाएगी। आज जो नेता तृणमूल में है, वही कल भाजपा में जा रहे हैं। इसलिए बंगाल की जनता तृणमूल की फैक्ट्री पर ही ताला लगा दें, जिससे खुद ब खुद भाजपा खत्म हो जाएगी। चुनाव में दोनों फूल को वोट देने की भूल न करें। बंगाल की जनता भारत के नागरिक हैं, कोई शरणार्थी नहीं, उन्हें अपना हक चाहिए, भीख नहीं। उक्त बातें इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के प्रमुख सह फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दिकी ने कहीं। वह शुक्रवार को आसनसोल रेलपार स्थित बालबोधन स्कूल मैदान में संयुक्त मोर्चा के प्रत्याशी मो. मुस्तकीम सिद्दिकी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। अब्बास ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विभाजन की राजनीति कर रही है। वह जान बूझकर इतना ज्यादा मुसलमान-मुसलमान करती है, ताकि समाज में विभाजन पैदा हो और भाजपा की राह आसान हो सके। ममता बताएं कि मुसलमानों को धोखा देने के सिवाय क्या किया है। ममता पैर टूटने का नाटक कर सहानुभूति बटोरना चाह रही हैं। लेकिन इनकी यह चाल विफल हो गई है। स्वास्थ्य साथी के नाम पर जनता को ठगा गया, बल्कि इसके माध्यम से डाटा लेकर एनपीआर कर दिया गया है। अब उनके भाई (भाजपा) आकर एनआरसी कर देंगे। अभी तक यह इसलिए रुका है क्योंकि आइएसएफ ने सुप्रीम कोर्ट में मामला किया है। उन्होंने कहा कि 34 साल के वाम शासन में 22 साल तक भाजपा बंगाल की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकी थी। तब 1998 में उनलोगों ने ममता बनर्जी को अपना मोहरा बनाया। उपहार में 1999 में ममता को रेलमंत्री बनाया गया। आज 2019 में भाजपा के 18 सांसद ममता बनर्जी के कारण ही चुनाव जीते। अब अमित शाह कह रहे कि सांसदों की संख्या 21 हो गई है। जो लोग कच्चे हैं वह तृणमूल में हैं, जो पक रहे हैं, वह भाजपा में जा रहे हैं। आसनसोल उत्तर के तृणमूल उम्मीदवार मलय घटक अभी पके नहीं हैं, पकेंगे तो वह भी भाजपा में जाएंगे। जितेंद्र तिवारी पक गए थे, इसलिए वह भाजपा में चले गए। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने भी देश की जनता को ठगा। सिर्फ जाति-धर्म के नाम पर विभाजन किया। इसलिए बंगाल के विकास, युवाओं के रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा के लिए संयुक्त मोर्चा ही विकल्प है। इस दौरान सीपीएम नेता पार्थ मुखर्जी, सत्य चटर्जी, देवानंद प्रसाद, इफ्तीखार नैय्यर, कांग्रेस के एसएम मुस्तफा आदि मौजूद थे।