बछड़े को निकालने में लगा दी जान की बाजी
संवाद सहयोगी अंडाल ईसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के मारवाड़ी कोठी इलाके में स्थित ईसीएल गेस्ट
संवाद सहयोगी, अंडाल : ईसीएल के काजोड़ा क्षेत्र के मारवाड़ी कोठी इलाके में स्थित ईसीएल गेस्ट हाउस के पीछे कुछ सप्ताह पहले जमीन धंसने से गोफ बन गया था। प्रबंधन की ओर से न ही उस स्थान की घेराबंदी की गई और न ही मिट्टी भराई की गई। जिसका नतीजा था कि एक बछड़ा उस गोफ में गिर गया। जिसे निकालने के लिए स्थानीय लोगों ने अपनी जान की बाजी लगा दी एवं बछड़े को बाहर निकाला। वहीं लोगों में कोलियरी प्रबंधन के प्रति आक्रोश देखा गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार दो-तीन दिन पहले वह बछड़ा गोफ में गिरा था। सोमवार की सुबह स्थानीय चरवाहों की नजर उस पर पड़ी। जानकारी होने पर आसपास के लोग भी पहुंचे। आरंभ में अपनी जान की परवाह न कर बछड़े को निकालने के लिए खुद ही रस्सी बांधकर गड्ढे में प्रवेश किया, फिर भी सफलता नहीं मिली। तब जाकर जेसीबी मशीन को लगाया गया एवं बछड़े को बाहर निकाला गया। स्थानीय चरवाहा पतिदेव यादव ने कहा कि सोमवार को मवेशी मैदान में हरे घास की तलाश में घूम रहे थे। उन मवेशियों ने बछड़े को गड्ढे में देख लिया एवं चिल्लाने लगे। जब मवेशी वहां से नहीं हटे तो मैं भी वहां पहुंचा, तब मैंने गड्ढे में एक बछड़े देखा एवं लोगों को सूचना दी। बछड़े के मालिक रामरूप सिंह ने कहा मेरा बछड़ा तीन दिनों से लापता था। मुझे लगा था कि वह चोरी हो गया है। लोगों के सहयोग से बछड़ा को निकाला गया। इस सदंर्भ में युवा तृकां के जिला महासचिव शंकर कर्ष ने कहा कि जब धंसान की घटना हुई थी, उसी समय ईसीएल प्रबंधन को सूचना दी गई थी। लेकिन कोलियरी प्रबंधन ने कोई ध्यान नहीं दिया। आज बछड़ा गिरा है, यहां कोई बड़ी घटना भी हो सकती है। प्रबंधन को इसकी भराई करवानी चाहिए। यहां बच्चे भी खेलते है एवं गेंद की तलाश में झाड़ियों की ओर जाते है। इसके अलावा महज 400 फुट की दूरी पर मारवाड़ी कोठी कालोनी है।