रानीगंज में आवारा पशुओं के विचरण से दुर्घटना की आशंका
रानीगंज रानीगंज शहर में बढ़ते लावारिस पशुओं के कारण लोगों को सड़क पर आवागमन में
रानीगंज : रानीगंज शहर में बढ़ते लावारिस पशुओं के कारण लोगों को सड़क पर आवागमन में असुविधा हो रही है। सड़क पर पशुओं के विचरण करने से वाहन चालकों के दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। सड़क पर विचरण करनेवाले पशुओं में अधिकांश घोड़े हैं। कोरोना काल में इन घोड़ों को आर्थिक समस्या के कारण भोजन न दे पाने के कारण इनके पालकों ने खुला छोड़ दिया है। इसमें अधिकांश घोड़े वह हैं जो शादी समारोह में दूल्हे की सवारी के रूप से उपयोग होते थे। रोनाई मोहल्ला के मंजूर रानीगंज में एक घोड़े की जोड़ी को कई साल पूर्व लाए थे और अच्छी खासी कमाई भी कर रहे थे। विवाह आदि के समय इनकी बग्घी की मांग दूर-दूर तक थी, लेकिन इन दिनों इनकी हालत बेहद खराब है। मंजूर का कहना है कि पिछले एक साल से शादी विवाह का कोई काम नहीं मिला है। अपने परिवार की परवरिश नहीं कर पा रहे हैं तो एक दर्जन से अधिक घोड़ों को कहां से खिलाएंगे। शिशु बागान के परमानंद का कहना है कि पिछले दिनों जब हम लोगों ने घोड़ों को हटाने का प्रयास किया तो आक्रमण कर दिया। रानीगंज के समाजसेवी विश्वनाथ सराफ कहते हैं कि रानीगंज में पहले लावारिस पशुओं को पकड़कर लोग ले जाते थे और उन्हें एक स्थान पर रखा जाता था, लेकिन अब वह भी बंद है। सरकार की ओर से भी कोई पहल नहीं की जा रही है। रानीगंज के ब्लॉक अध्यक्ष कंचन तिवारी ने कहा कि आवारा पशुओं के बारे में शिकायत मिली है, इस संबंध में कुछ करने का प्रयास किया जाएगा।