देखरेख के अभाव में दम तोड़ रहे तालाब
संवाद सहयोगी रेलपार आसनसोल नगर निगम तथा स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण रेलपार अं
संवाद सहयोगी, रेलपार : आसनसोल नगर निगम तथा स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण रेलपार अंचल में कई तालाब जंगल में तब्दील हो गए है तो कई दम तोड़ रहे है। वहीं दूसरी ओर कई तालाब को पाटकर लोगों ने घर बना लिए है। यह सब आसनसोल नगर निगम प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण हो रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश है। सरकार तथा प्रशासन एक ओर जल संरक्षण व पानी के स्रोतों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जागरूकता अभियान चला रही है। लेकिन स्थानीय प्रशासन सही कदम नहीं उठाता है। पानी के स्रोत में कुआं व तालाब मुख्य है। परंतु रेलपार अंचल में पानी के स्रोतों को संरक्षित करने तथा बचाने में स्थानीय प्रशासन आवश्यक कदम नहीं उठा रहा है। बताया जाता है कि तालाब के मालिक आर्थिक तंगी के कारण तालाब की साफ सफाई, रख रखाव करने में सक्षम नहीं होने के कारण तालाब जंगल में तब्दील होते जा रहे है। रेलपार शीतला ग्राम में एक तालाब जंगल में तब्दील हो गया है। वही धाधका मोड़ में एक अन्य तालाब भी जंगल में तब्दील हो गया है। शीतला ग्राम में लगभग चार से पांच की संख्या में छोटे छोटे तालाब है। जिसमे शीतला शिव मंदिर के निकट का तालाब जंगल में तब्दील हो गया है। गंदगी के कारण बीमारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है। वही ग्राम में अन्य कई तालाब है, जिसकी साफ सफाई न होने से पानी खराब हो रहा है। ग्रामवासियों का कहना है कि आसनसोल नगर निगम प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन को तालाबों की सफाई करानी चाहिए।