अंधेरे में डूबी डीसीएल कॉलोनी, पानी की भी समस्या
दुर्गापुर मंगलवार को 36 घंटा बीत गया लेकिन दुर्गापुर केमिकल्स लिमिटेड (डीसीएल) कॉलोनी
दुर्गापुर : मंगलवार को 36 घंटा बीत गया, लेकिन दुर्गापुर केमिकल्स लिमिटेड (डीसीएल) कॉलोनी में बिजली की आपूर्ति बहाल नहीं है। नतीजन पूरी कॉलोनी अंधेरे में डूबी हुई है। वहां अब पानी का भी संकट शुरू हो गया है। दुर्गापुर नगर निगम (डीएमसी) की ओर से टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है। बिजली नहीं रहने से तकरीबन डेढ़ सौ परिवार परेशान हैं एवं उनमें आक्रोश भी देखा जा रहा है। मंगलवार की सुबह से माकपा एवं कांग्रेस की ओर से डीसीएल गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें विधायक संतोष देवराय समेत अन्य शामिल हुए। दुर्गापुर के एसडीएम ने जल्द समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है।
रातुरिया अंगदपुर इलाके में डीसीएल की स्थापना वर्ष 1963 में हुआ था। वर्ष 1968 से यहां वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हुआ। यहां रहने वाले लोगों के लिए यहां डीसीएल टाउनशिप बनाया गया। पिछले कई वर्षों से डीसीएल नुकसान में चल रहा था। इस कारण राज्य सरकार ने वर्ष 2016 में डीसीएल के निजीकरण का निर्णय लिया। तब से यहां उत्पादन भी काफी प्रभावित हुआ। वर्ष 2019 के 30 दिसंबर को प्रदूषण के कारण डीसीएल को बंद कर दिया गया। वर्तमान में वहां कर्मियों की संख्या 168 है एवं 250 अस्थायी कर्मी है। सोमवार की दोपहर तकरीबन साढ़े बारह बजे अचानक बिजली गुल हो गई। आरंभ में लोगों को लगा की लोड शोडिग हुआ है। बात में पता चला कि टाउनशिप के बिजली का कनेक्शन ही काट दिया गया है। राज्य बिजली वितरण संस्था के अनुसार बार-बार डीसीएल प्रबंधन को बिजली बिल जमा करने के लिए कहा गया। बिजली का बिल भुगतान न करने के कारण कनेक्शन काटना पड़ा। हालांकि डीसीएल की ओर से उच्च अधिकारियों को समस्या की जानकारी दी गई है। टाउनशिप निवासी महुआ सिंह ने कहा कि मेरे मां को ऑक्सीजन दिया जाता है। बिजली नहीं होने से वह समस्या से गुजर रही है। बिना किसी नोटिस जानकारी के अचानक बिजली गायब हो गया है। मनोरमा राय ने कहा कि हमलोग नियमित बिजली का बिल देते हैं। लेकिन अचानक बिजली गुल हो गई। सरकार की ओर से दुआरे सरकार की बात हो रही है, हमलोग इतनी समस्या में है, लेकिन किसी ने हमारी समस्या जानने की कोशिश नहीं की। ंश्रावंती मैत्र ने कहा कि बिजली नहीं है, पानी की समस्या है। चुनाव के समय नेता आते हैं, अभी कोई नहीं आ रहा है। डीसीएल कॉलोनी में दो छोटा बाजार है, जहां दो दर्जन व्यवसायी हैं। सोमवार रात लालटेन जलाकर किसी तरह दुकानदारी लोगों ने की। विधायक संतोष देवराय ने कहा बिजली बिल जमा देने के बाद भी इस तरह बिजली काटने का अधिकार किसी का नहीं है, अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए। स्थानीय तृकां पार्षद आलो सांतरा ने कहा कि बिजली विभाग एवं डीपीएल दोनों राज्य सरकार की संस्था है। राज्य सरकार समस्या दूर करने को तत्पर होगी। इसमें मेरा करने का कुछ नहीं है। मैंने डीएमसी के माध्यम से पानी के टैंकर की व्यवस्था की है। एसडीएम अर्घ प्रसून काजी ने कहा कि किसी भी पक्ष ने मुझे कोई जानकारी नहीं दी है। संबंधित विभाग से बातचीत कर समस्या दूर करने की कोशिश हो रही है।