ईएसआइ अस्पताल में जल्द लगेगी सिटी स्कैन मशीन
जागरण संवाददाता आसनसोल आसनसोल ईएसआइ अस्पताल में तीन माह के अंदर 20 बिस्तर का अत्याधुनिक
जागरण संवाददाता, आसनसोल :
आसनसोल ईएसआइ अस्पताल में तीन माह के अंदर 20 बिस्तर का अत्याधुनिक पद्धति से लैस आइसीसीयू वार्ड बन कर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही सिटी स्कैन मशीन चालू की जाएगी। जिससे रोगियों को इलाज में सुविधा होगी।
ईएसआइ अस्पताल के अधीक्षक डा. अतनु भद्र ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से निरंतर ईएसआइ अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। लगभग 90 लाख रुपये की लागत से सिटी स्कैन मशीन अस्पताल में लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस मिलने के बाद जल्द सिटी स्कैन को आरंभ किया जाएगा। इसके साथ ही अत्याधुनिक पद्धति से लैस 20 बिस्तर के आइसीसीयू वार्ड का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। तीन माह में आइसीसीयू वार्ड चालू किया जाएगा। डा. भद्र ने बताया कि इएसआइ अस्पताल में अब तक 50 हजार लोगों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है। रविवार को छोड़कर सोमवार से शनिवार तक सभी लोगों को शारीरिक दूरी बनाकर वैक्सीन दी जा रही है। महिला रोगियों को और बेहतर इलाज के लिए पांच अनुभवी वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर की नियुक्ति की गई है। जो अत्याधुनिक पद्धति से महिलाओं से जुड़ी विभिन्न रोग की इलाज करेंगी।
सामाजिक सेवा में भी योगदान : सामाजिक दायित्व के तहत प्रति माह विशेष कैंप लगाकर अस्पताल एवं विभिन्न पिछड़े क्षेत्रों की गरीब बस्तियों में मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाती है। जिनमें ब्लड टेस्ट, शूगर , हार्ट, इसीजी के अलावा मुफ्त दवा दी जाती है। ईएसआइ अस्पताल के अधीक्षक डा. अतनु भद्र ने बताया कि अस्पताल के डाक्टर, नर्स स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मी ड्यूटी के अलावा गरीबों के बीच सेवा में योगदान देते है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष सुंदरवन में आए विनाशकारी चक्रवाती तूफान के दौरान अस्पताल के कुछ डाक्टर के साथ स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया था।
इलाज के साथ पौधों की सेवा करते स्वास्थ्य कर्मी : अस्पताल अधीक्षक डा. अतनु भद्र ने बताया कि रोगियों के इलाज के साथ स्वच्छ वातावरण के लिए अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल परिसर में पौधारोपण करते है। पिछले 15 दिनों में 250 पौधारोपण किया जा चुका है। इसके साथ ही सभी मिलकर लगाए गए पौधों की देखरेख करते है। कोरोना काल में जिस तरह के आक्सीजन की कमी पूरे विश्व में देखने को मिली, उससे सीख लेकर आक्सीजन के लिए पेड़- पौधा लगाना बहुत ही जरूरी है। पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने के कारण प्राकृतिक आपदा में बढ़ोत्तरी हुई है।