चुनाव के बाद लोगों को सता रहा कोरोना का भय
जामुड़िया बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हो चुकी है। चुनाव प्रक्रिया खत्म हो जाने
जामुड़िया : बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हो चुकी है। चुनाव प्रक्रिया खत्म हो जाने के बाद लोगों को अब कोरोना संक्रमण का भय सताने लगा है। राज्य भर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की ओर से पूरे राज्य में एक मई से बाजार खुलने का समय निर्धारित किया गया है। अनावश्यक भीड़ पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। जामुड़िया बाजार में प्रशासन के नियमों का लोग पालन करते दिख रहे हैं। सोमवार को सुबह 10 बजे के बाद जामुड़िया बाजार में सन्नाटा देखने को मिला। छूट मिलने वाली दुकानों को छोड़ सभी दुकानें बंद रहीं। शहर में टीएमसी की जीत का उत्सव मनाते हुए लोग कम दिखे। हालांकि गली-मोहल्लों में संगीत की धुन पर लोग नाचते-गाते दिखाई पड़े। इलाके में अनावश्यक जमावड़ा देखने को नहीं मिला। मालूम हो कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोरोना नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ी है। पूरे राज्य के साथ-साथ जिले में संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा होने के कारण बेड की कमी देखी जा रही है, इस कारण आम नागरिक अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी चितित हैं। जिस कारण जागरूक रहने के साथ-साथ कोरोना को लेकर बनाए गए नियमों का पालन कर रहे हैं। अधिकांश लोग मास्क लगाकर ही बाहर निकल रहे हैं। दुकानदारों को प्रशासन द्वारा तय समय के आधार पर ही खोलने एवं बंद करने का सख्त निर्देश जारी किया गया है।
चुनाव ड्यूटी में गए ईसीएल कर्मियों से मांगी गई कोविड रिपोर्ट
पांडवेश्वर : चुनाव ड्यूटी में गये ईसीएल कर्मी वापस लौट गए हैं। लेकिन ईसीएल प्रबंधन ने चुनाव ड्यूटी से लौटे ईसीएल कर्मियों से कोरोना जांच रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद उन्हें ड्यूटी पर लगाया जाएगा। कर्मियों को पहले कोविड की जांच करवाकर रिपोर्ट लाना होगा। ईसीएल मुख्यालय द्वारा जारी पत्र को पांडवेश्वर क्षेत्र के सभी कोलियरियों में भेजा चुका है। कार्मिक प्रबंधक फनिद्र सिंह ने बताया कि पांडवेश्वर क्षेत्र के सभी कोलियरियों से लगभग 60 कर्मियों को चुनाव ड्यूटी के लिए भेजा गया था। अब उन सभी कर्मियों को कोरोना जांच करवा कर रिपोर्ट प्रबंधन के पास जमा करना होगा। वहीं ईसीएल कर्मियों में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए ईसीएल प्रबंधन ने कड़ा कदम उठा रहा है और इस चैन को तोड़ने के लिए कर्मियों को जागरूक भी किया जा रहा है।