जितेंद्र के ट्वीट से भाजपा में बेचैनी, टीएमसी का कटाक्ष
जितेन्द्र के ट्वीट से भाजपा में बेचैनी टीएमसी का कटाक्ष
जितेंद्र के ट्वीट से भाजपा में बेचैनी, टीएमसी का कटाक्ष
आसनसोल : आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की हार का कारण बताते हुए आसनसोल के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने विस्फोटक टिप्पणी की है। उन्होंने मंगलवार को हार के कारणों को लेकर दो ट्वीट किए। उनके इस पोस्ट से जहां भाजपा के खेमे में बेचैनी है, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने इसे लेकर कटाक्ष किया है।
आसनसोल और बालीगंज उपचुनाव में हार को लेकर मंगलवार सुबह जितेंद्र तिवारी ने ट्वीट किया कि यह मेरा व्यक्ति विचार है कि लक्ष्मी भंडार, स्वास्थ्य साथी, कन्याश्री जैसी योजनाओं और दुआरे सरकार के माध्यम से आसानी से लाभ मिलने का बंगाल के मतदाताओं पर काफी असर पड़ा हैं। उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि पिछले साल के विधानसभा चुनावों के बाद हिंसा के कारण मतदाताओं में आतंक का माहौल कायम है। इस कारण चुनाव में मतदाता विपक्षी पार्टी को वोट देने से डर रहे हैं। वहीं जितेंद्र तिवारी के ट्वीट के बारे में आसनसोल नगर निगम के घोषित डिप्टी मेयर और आइएनटीटीयूसी के जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक ने कहा कि राज्य सरकार की इन योजनाओं से लोगों को फायदा हुआ है। इसलिए लोग पार्टी और सरकार के साथ हैं। हम शुरू से यही कहते आ रहे हैं। यह जानकर अच्छा लगा कि जितेंद्र तिवारी भी इसे समझ चुके हैं। हालांकि अभिजीत घटक ने विधानसभा चुनाव के बाद की हिंसा के आरोप को गलत कहा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, अगर ऐसा है तो कुल्टी में भाजपा को बढ़त कैसे मिली? भाजपा प्रत्याशी को इतने वोट कैसे मिले? यह सब बकवास है।
बताया जाता है कि मतदान के नतीजे आने के बाद से ही भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के एक वर्ग ने आसनसोल जिला नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई है। वहीं मुर्शिदाबाद विधायक ने राज्य नेतृत्व के विरोध में पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है। अनुपम हाजरा और सौमित्र खान जैसे कई राज्य और केंद्र स्तर के नेता राज्य नेतृत्व के खिलाफ बात कर रहे है। सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने पार्टी का वाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया है।