कोरोना के बढ़ते मामले को देख सात तक बंद रहेंगी बसें
आसनसोल दो बस मालिकों के संघों के प्रतिनिधियों ने कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी के कारण आ
आसनसोल: दो बस मालिकों के संघों के प्रतिनिधियों ने कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी के कारण आसनसोल औद्योगिक क्षेत्र में सात मई तक बड़ी और मिनी बसों के बंद रहने की घोषणा की है। इसकी जानकारी जिलाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को पत्र देकर दी गई है। आसनसोल मिनीबस एसोसिएशन के महासचिव सुदीप राय ने कहा कि क्षेत्र में लगभग 400 मिनीबस चलती हैं। आसनसोल सहित पूरे जिले और राज्य में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के कारण बस बंद करने का फैसला लिया गया है। पहले एक मई से तीन मई तक मिनी बसों का परिचालन बंद करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन सोमवार को बैठक कर सात मई तक बस बंद रखने का निर्णय लिया गया है। सात मई को अगली बैठक में फिर निर्णय लिया जाएगा। वही आसनसोल बस एसोसिएशन के महासचिव बिजन मुखर्जी ने कहा कि कोरोना की दहशत के कारण बस यात्रियों की संख्या में कमी आई है। कोरोना संक्रमण की दर में वृद्धि हो रही है। इससे बस कर्मचारियों में भी डर है। इसे देखते हुए जिले की लगभग तीन सौ बड़ी बसों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसमें आसनसोल-दुर्गापुर या स्थानीय बसें ही नहीं, बल्कि लंबी दूरी की बसें भी शामिल है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाजार का समय भी सुबह सात से 10 और शाम तीन से पांच कर दिया गया है, ऐसे में सवारी भी ठीक से नहीं मिलती है।
बराकर बस स्टैंड के कर्मी हुए बेरोजगार
बराकर: बराकर बस स्टैंड से आसनसोल एवं दुर्गापुर जाने वाली एक भी बस नहीं खुली। बस यूनियन से संबंधित इंटक के बराबर शाखा सचिव बाबू बनर्जी ने बताया कि बराकर बस स्टैंड से करीब 100 मिनी एवं बड़ी बसें चलती है। बेगुनिया चेकपोस्ट को सील कर देने और कोरोना के डर से यात्रियों की कमी के कारण बस मालिकों ने बसे चलाना बंद कर दिया है। इससे लगभग 400 बस कर्मी बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि डीजल, पेट्रोल का भी दाम बढ़ गया है। जिससे बस मालिक को नुकसान हो रहा है। गैरकानूनी तरीके से चल रही ऑटो व टोटो के कारण भी बस मालिकों को नुकसान हो रहा है।