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लच्छीपुर में हजारों रुपये लेकर दलाल बनाते हैं दस्तावेज

जागरण संवाददाता आसनसोल आसनसोल के नियामतपुर स्थित लच्छीपुर रेडलाइट एरिया में देश के दू

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Aug 2021 10:49 PM (IST)Updated: Sun, 08 Aug 2021 10:49 PM (IST)
लच्छीपुर में हजारों रुपये लेकर दलाल बनाते हैं दस्तावेज
लच्छीपुर में हजारों रुपये लेकर दलाल बनाते हैं दस्तावेज

जागरण संवाददाता, आसनसोल : आसनसोल के नियामतपुर स्थित लच्छीपुर रेडलाइट एरिया में देश के दूसरे राज्य ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों से भी लड़कियों को तस्करी कर वेश्यावृति के लिए लाया जाता है। वहीं तस्करी कर लाई गई लड़कियों के दस्तावेज बनाने के लिए दलालों का गिरोह सक्रिय है। जो विभिन्न दस्तावेज बनवाने के एवज में इनसे हजारों रुपये वसूलते हैं। यह आरोप यहां के कुछ यौन कर्मियों ने ही लगाया है। उनका कहना है कि नाबालिगों और महिलाओं को अन्य देशों एवं राज्य के दूरदराज के इलाकों से पश्चिम ब‌र्द्धमान के लच्छीपुर के रेडलाइट एरिया में लाया जाता है। इस स्थिति में, दलाल अक्सर इन महिलाओं के लिए पैन, आधार और वोटर कार्ड बनाते हैं। वहीं लच्छीपुर कांड सामने आने एवं नाबालिगों की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने भी अब मुद्दे को उठाना शुरू कर दिया है। भाजपा विधायक अजय पोद्दार ने कहा कि हमलोग इसके खिलाफ लंबे समय से आवाज उठाते आये हैं। शासक दल के समर्थन के बिना यह संभव नहीं है। इस मुद्दे को विधानसभा के सवाल-जवाब सत्र में भी उठाऊंगा। विधायक अजय पोद्दार ने कहा कि, यह इलाका नगरनिगम के वार्ड नंबर 59 का है, यहां लंबे समय से तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। वहीं शासक दल तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। कुल्टी नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष तृणमूल नेता बच्चू राय ने कहा कि दलाल अक्सर तस्करी कर लाई गई नाबालिगों और महिलाओं को उनकी पत्नी या करीबी रिश्तेदार के रूप में बताकर जनप्रतिनिधियों से आवासीय प्रमाण पत्र प्राप्त करते हैं। इससे अलग-अलग तरह के पहचान पत्र और कार्ड बनाने में दिक्कत नहीं होती है। सूत्रों के अनुसार दलाल प्रमाण पत्र के बदले हजारों रुपये वसूलते हैं। नगर निगम के सूत्रों के अनुसार, प्रमाण पत्र देने से पहले पार्षद को यह जांचना होता है कि आवेदक उससे परिचित है या नहीं, आवेदक किसके साथ और किस पते पर रहता है। बीजेपी का आरोप है कि अधिकांश मामलों में जांच नहीं होती है। आरोपों को लेकर आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त अजय कुमार ठाकुर ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है। जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।

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मालूम हो कि 2018 में प्रशासन ने लच्छीपुर में छापेमारी की थी, उस समय पुलिस ने तीन बांग्लादेशी लोगों को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि, उनके पास वैध पासपोर्ट था। पुलिस ने बताया कि इनके खिलाफ किशोर तस्करी का मामला दर्ज किया गया है। उसी साल एक बांग्लादेशी महिला को उसी लच्छीपुर से पकड़ा गया था, जबकि एक अन्य बांग्लादेशी महिला नहीं मिली। पुलिस ने कहा कि पकड़ी गई महिला अभी भी आसनसोल जेल में है।


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