बंगाल का रण : जीत की हैट्रिक लगाने को बेताब भाजपा के विश्वजीत
हृदयानंद गिरि दुर्गापुर वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2011 के चुनाव में भाजपा बंगाल में खाता भी नहीं
हृदयानंद गिरि, दुर्गापुर : वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2011 के चुनाव में भाजपा बंगाल में खाता भी नहीं खोल पाई थी। हालांकि वर्ष 2016 के चुनावों में राज्य में तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली। लेकिन भाजपा से एक ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं, जिनके समक्ष इस बार जीत की हैट्रिक लगाने का मौका है। हम बात कर रहे कालना के दो बार विधायक रह चुके विश्वजीत कुंडू की। जो लगातार दो बार जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाने के दहलीज पर हैं। विश्वजीत को भाजपा ने कालना सीट से उतारा है। इसी सीट से वर्ष 2011 व 2016 में वे जीत का स्वाद चख चुके हैं। हालांकि उस समय वे तृणमूल कांग्रेस में थे एवं माकपा के तीन दशक से चले आ रहे दुर्ग पर घास फूल (टीएमसी) को खिलाया था। कुछ माह पहले वे भाजपा में शामिल हो गए एवं इस बार कमल खिलाने को बेताब हैं। उनके समर्थन में अब तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़्डा रोड शो कर चुके हैं। सुवेंदु अधिकारी भी सभा कर माहौल बना चुके हैं। उनके विजय रथ को रोकने के लिए तृणमूल ने देवप्रसाद बाग को उतारा है, जो उनके घुर विरोधी माने जाते हैं। वहीं माकपा ने अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए निरब खान को मैदान में उतारा है। अब देखना है कि लाल दुर्ग में घास फूल खिलाने वाले विश्वजीत को कमल खिलाने में सफल मिलता है या नहीं।
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39 वर्षों तक माकपा का रहा दबदबा : कालना विधानसभा सीट पर 39 वर्षों तक लगातार माकपा का ही दबदबा है। वर्ष 1977 से 2006 के चुनाव तक कोई भी प्रत्याशी माकपा के गढ़ में सेंध लगाने में सफल नहीं हो सके। लेकिन वर्ष 2011 में परिवर्तन की लहर में विश्वजीत ने ही तृणमूल के टिकट पर जीत दिलाई। वर्ष 2016 के चुनाव में यहां फिर से तृणमूल ने विश्वजीत पर विश्वास जताया व वे सफल भी रहे। लेकिन वर्ष 2020 के दिसंबर में वे सुवेंदु अधिकारी के साथ भाजपा में शामिल हो गए एवं भाजपा ने उन्हें टिकट भी दिया। -------------------------
लोकसभा में भाजपा ने शक्ति बढ़ाई : कालना सीट बर्द्धमान पूर्व लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। जहां भाजपा की शक्ति में काफी वृद्धि हुई। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि हमेशा तीसरे स्थान पर रहने वाली पार्टी दूसरे स्थान पर पहुंच गई। यहां से तृणमूल को 86357 मत मिला, जबकि भाजपा को 82724 मत मिला।