Move to Jagran APP

फंड के अभाव में रुका पंपू तालाब के सुंदरीकरण

रेलपार आसनसोल का पंपू रेल तालाब के सुंदरीकरण का काम अधर में लटक गया है। पंपू तालाब

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 04:28 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 04:28 PM (IST)
फंड के अभाव में रुका पंपू तालाब के सुंदरीकरण
फंड के अभाव में रुका पंपू तालाब के सुंदरीकरण

रेलपार : आसनसोल का पंपू रेल तालाब के सुंदरीकरण का काम अधर में लटक गया है। पंपू तालाब के सुंदरीकरण की योजना रेलवे प्रशासन ने दो वर्ष पूर्व बनाई थी। यहां डेढ़ वर्ष पहले काम भी शुरू किया गया था। जिसके तहत तालाब की अच्छी तरह साफ-सफाई के अलावा तालाब के चारों ओर खासकर जीटी रोड के निकट शताब्दी पार्क के समीप से लेकर लोको स्टेडियम तक तालाब के किनारे एक सड़क निर्माण, खूबसूरत लाइट सज्जा, गार्डन आदि निर्माण करने की योजना थी। जहां सुबह शाम लोग टहल सकते थे। तालाब के साथ शताब्दी पार्क से लोको स्टेडियम आसानी से जाया जा सकता था। फंड के अभाव में तालाब के सुंदरीकरण का कार्य रुक गया है। परंतु यह योजना अधर में लटक गया है। रेलवे के शताब्दी पार्क की तरह पंपू तालाब का भी सुंदरीकरण होने से लोगों को अच्छा माहौल मिलता और मनोरंजन करने का एक उपयुक्त स्थान मिल जाता। शताब्दी पार्क की तरह पंपू तालाब के किनारे किनारे सड़क का निर्माण, बैठने के लिए कुर्सियां तथा तालाब के किनारे लाइट की सज्जा कर सुंदरीकरण होने से लोगों को सुबह शाम टहलने में बेहतर वातावरण मिलता। साथ ही तालाब की खूबसूरती बढ़ने के साथ आसनसोल शहर के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा। जिससे वरिष्ठ नागरिकों को घूमने फिरने, समय व्यतीत करने के लिए एक उपयुक्त स्थान मिलता। लोगों की मांग है कि रेल प्रशासन रेलवे के पंपू तालाब का जल्द से जल्द सुंदरीकरण करें।

prime article banner

..

पंपू तालाब के सुंदरीकरण का कार्य डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। फंड के अभाव में फिलहाल काम बंद है। फंड आने पर कार्य शुरू हो जाएगा।

एमके मीणा, एडीआरएम आसनसोल रेल मंडल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.