शहीदों के गांव पौल में पहली बार पहुंची गाड़ी
संवाद सूत्र बड़कोट तहसील मुख्यालय से लगे पौल गांव में आखिर चौपहिया वाहन पहुंच गया। चौपहिय
संवाद सूत्र, बड़कोट : तहसील मुख्यालय से लगे पौल गांव में आखिर चौपहिया वाहन पहुंच गया। चौपहिया वाहन को गांव में देखकर खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के ही पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धि भट्ट ने बताया कि गांव वालों के सहयोग से ग्रामीणों ने मनरेगा से 'मेरा गांव मेरी सड़क' योजना के तहत इस सड़क का निर्माण किया है। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी इस सड़क के बन जाने से ग्रामीणों काफी राहत मिलेगी। मंगलवार को जब बड़कोट से चौपहिया वाहन पहुंचा तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ग्राम प्रधान उर्मिला भट्ट, भागवत, क्षेत्र पंचायत सदस्य शांति टम्टा आदि ने कहा कि अब गांव में पैदा होने वाले आलू, अन्य नकदी फसल, दूध को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी। पौल गांव यमुना घाटी में एक ऐसा गांव है, जिस गांव से दो-दो शहीदों ने देश की सीमा पर अपनी जान की कुर्बानी दे दी है। इस अवसर पर गांव के प्रधान उर्मिला देवी, अजय जगूडी, सिद्धि प्रसाद, केशवानंद, राम शंकर आदि मौजूद थे।