मौसम ने रोकी आरोहण दल की राह
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी हर्षिल के निकट एक अनाम चोटी के आरोहण को बीते 22 नवंबर
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : हर्षिल के निकट एक अनाम चोटी के आरोहण को बीते 22 नवंबर को देहरादून से रवाना हुए संयुक्त पर्वतारोहण अभियान दल की राह में बर्फबारी रोड़ा बन गई है। बर्फबारी के कारण इस दल को कैंप-दो से कैंप-एक में वापस लौटना पड़ा है। कुछ सदस्य वापस हर्षिल भी लौटे हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि मौसम साफ होने पर गुरुवार को एक बार फिर से आरोहण और रैकी का अभियान चलाया जाएगा। मौसम सही नहीं हुआ तो दल को वापस बुलाने का निर्णय लिया जाएगा।
हर्षिल के निकट करीब पांच हजार मीटर ऊंची चोटी का अभी तक नामकरण नहीं हो सका है साथ ही इस चोटी का आरोहण भी नहीं हो पाया है। इस चोटी के आरोहण के लिए 22 नवंबर को देहरादून से मुख्यमंत्री ने 12 सदस्यीय संयुक्त दल को रवाना किया। 23 नवंबर को यह दल हर्षिल पहुंचा। जहां से हर्षिल से यह दल पंचमुखी महादेव के शीर्ष पर स्थित चोटी के आरोहण के लिए गया। बीते मंगलवार को यह दल करीब 3500 मीटर की ऊंचाई पर अपने कैंप-दो तक चला गया था। लेकिन, हर्षिल सहित उच्च हिमालय क्षेत्र में हुई बर्फबारी के कारण दल का छोलमी के निकट राता में कैंप-एक में लौटना पड़ा। बुधवार को अधिक बर्फबारी होने के कारण कैंप-एक से भी कुछ सदस्य हर्षिल लौटे। संयुक्त अभियान के तहत नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद, एसडीआरएफ, निम, आपदा प्रबंधन के सदस्य शामिल हैं। गौरतलब है कि इस मौसम में पर्वतारोहण अभियान अनुकूल नहीं माना जाता है। क्योंकि उच्च हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो गई है। ऐसे में यह पर्वतारोहण अभियान जोखिम भरा है। साथ ही आरोहण के लिए रैकी भी करनी है। ऐसे में तय है कि अगर इस दल को आरोहण करना है तो मौसम की तमाम दुश्वारियों से लड़ना पड़ेगा।