तीर्थ पुरोहितों ने देवताओं से मांगा आशीर्वाद
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के खिलाफ जनमत जुटाने के लिए गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने आशीर्वाद यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा की शुरुआत रैथल गांव से की गई।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के खिलाफ जनमत जुटाने के लिए गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने आशीर्वाद यात्रा शुरू कर दी है। यात्रा की शुरुआत रैथल गांव से की गई। रैथल गांव में मां भगवती और सोमेश्वर देवता से भी तीर्थ पुरोहित ने आशीर्वाद लिया। साथ ही सितंबर के प्रथम सप्ताह में होने वाले जुलूस के लिए भी जनसमर्थन मांगा।
सोमवार को गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल के नेतृत्व में तीर्थ पुरोहित रैथल गांव पहुंचे। रैथल गांव में ग्रामीणों ने गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों का स्वागत किया। इस मौके पर तीर्थ पुरोहितों ने रैथल गांव में सोमेश्वर देवता और मां भगवती की पूजा-अर्चना की।
साथ ही सोमेश्वर देवता मंदिर परिसर में बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि सरकार ने हिदू धर्म की अनादिकाल से चली आ रही परंपरा से छेड़छाड़ कर देवस्थानाम प्रबंधन बोर्ड थोपा है। तीर्थ पुरोहित विगत डेढ़ वर्ष से आंदोलित हैं। लेकिन सरकार इस काले कानून को रद नहीं कर रही है। इसलिए तीर्थ पुरोहितों ने तय किया है कि अब आंदोलन बड़े स्तर पर होगा। इसके लिए गांव-गांव जाकर जनसमर्थन जुटाया जा रहा है। इस दौरान रैथल गांव के ग्रामीणों ने अपना जनसमर्थन तीर्थ पुरोहितों को दिया। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि आशीर्वाद यात्रा अब बन्द्राणी, भटवाड़ी, क्यार्क, नटीण गांव में पहुंचेगी, जहां स्थानीय देवताओं से आशीर्वाद लिया जाएगा। साथ ही युवा, मातृशक्ति से बात कर देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ जनमत जुटाया जाएगा। इस अवसर पर ग्राम प्रधान रैथल, सुशील राणा, ग्राम प्रधान नटीण महेंद्र पोखरियाल, सुनीता रावत, अनिता देवी, गजेंद्र राणा, रामचन्द्र राणा, सुरेश रतूड़ी, सोना देवी, विजय राणा, रतनदास, पुलमदास, जनमदास, धर्मदास, भागवत राणा, भगेश्वरी देवी, पुलमा देवी आदि मौजूद थे।