यात्रा का पहला पड़ाव खोलेगा अव्यवस्थाओं की पोल
संवाद सहयोगी उत्तरकाशी सात मई को यमुनोत्री और गंगोत्रीधाम के कपाट खुलने जा रहे हैं। श्
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : सात मई को यमुनोत्री और गंगोत्रीधाम के कपाट खुलने जा रहे हैं। शासन- प्रशासन की ओर से धामों में देवदर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं चाकचौबंद नहीं हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह हो रहा चौड़ीकरण भी तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी बनेगा। इसके अलावा मूलभूत समस्या पेयजल, शौचालय, दूरसंचार सेवा, सड़क, सफाई व्यवस्था समेत कई परेशानी से तीर्थयात्रियों को जूझना पड़ेगा।
यमुनोत्रीधाम चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव है। बीते 16 जुलाई को यमुनोत्रीधाम में हुई अतिवृष्टि के कारण सब तहस नहस हो गया था, मंदिर परिसर जीर्णशीर्ण बना हुआ है। यात्रियों के लिए शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है। पैदल मार्ग पर जगह-जगह मलबा पड़ा हुआ है, पेयजल लाइन दुरुस्त नहीं हैं, इसके अलावा तमाम ऐसी समस्याएं हैं जो तीर्थयात्रियों के लिए परेशानी बनेगी। इसके अलावा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट का भूस्खलन जोन शासन-प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। उत्तरकाशी मुख्यालय की बात करें तो यहां कूड़े का निस्तारण और पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से यात्रा व्यवस्था चरमाएगी। यात्रा मार्गों पर अस्थायी शौचालय नहीं होने से तीर्थयात्रियों को खुले में शौच करना पड़ेगा, जो सुलभ शौचालय बने भी हैं वह गंदगी से अटे पड़े हुए हैं। जगह-जगह जलसंस्थान द्वारा बनाए गए प्याऊ बदहाल और जीर्णशीर्ण पड़े हुए हैं। गंगोत्रीधाम में टीएचडीसी द्वारा लगाई गई स्ट्रीट लाइटें भी बंद पड़ी हुई हैं। साथ ही क्षेत्र में दूरसंचार की सुविधा नहीं होने से तीर्थयात्रियों को परेशानी होगी। यात्रा को शुरू होने में मात्र 17 दिन का समय शेष रह गया है। यात्रा पड़ावों पर शासन-प्रशासन की ओर से अभी तक कोई व्यवस्थाएं चाकचौबंद नहीं किए जा रहे हैं।
भटवाड़ी उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन द्वारा विभागीय अधिकारियों की बैठक आयोजित की जा रही हैं। बैठक में विभागीय अधिकारियों को यात्रा शुरू होने से पहले व्यवस्थाएं चाकचौबंद करने के निर्देश दिए जायेंगे। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्थाएं जुटाई जाएंगी।